जयपुर, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (आरपीसीसी) ने पूर्व विधायक मेवाराम जैन को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जैन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए निलंबन आदेश जारी किया।
आदेश के अनुसार, “बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन को अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है। उनका आचरण कांग्रेस पार्टी के संविधान के तहत अनुशासन के उल्लंघन का स्पष्ट संकेत है।” एक महिला ने दिसंबर 2023 में बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन और राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी आनंद सिंह राजपुरोहित सहित नौ लोगों पर दो साल पहले उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने और उसकी किशोर बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था।
पुलिस ने बताया कि मामला जोधपुर के राजीव गांधी नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने उसकी एक नाबालिग सहेली के साथ भी बलात्कार किया और उस पर अन्य लड़कियों को अपने पास लाने का दबाव डाला।
प्राथिमिकी में बाड़मेर थानाधिकारी गंगाराम खावा, पुलिस उपनिरीक्षक दाउद खान और प्रधान गिरधारी सिंह सोढा भी नामित हैं।
महिला का आरोप है कि उसके पिता की बीमारी के कारण वह करीब पांच साल पहले बाड़मेर के रामस्वरूप के संपर्क में आई और उन्होंने उसे मदद का आश्वासन दिया था।
शिकायतकर्ता के मुताबिक, उसकी कमजोरी का फायदा उठाते हुए आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया, कृत्यों को रिकॉर्ड किया और उसका यौन शोषण करता रहा।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने 2021 में उसके फ्लैट पर उसे बाड़मेर के तत्कालीन विधायक मेवाराम जैन से मिलवाया गया और उस दौरान दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
महिला ने आरोप लगाया कि तब से आरोपी लगातार उसके साथ दुष्कर्म कर रहे हैं। उन्होंने उसकी किशोर बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की, उसकी एक सहेली के साथ दुष्कर्म किया और उस पर अन्य महिलाओं को भी लाने के लिए दबाव डाला।
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों और अन्य आरोपियों ने उसे मामले का खुलासा न करने की धमकी दी और कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए भी मजबूर किया।
पूर्व विधायक के इशारे पर राम स्वरूप ने नवंबर 2022 में बाड़मेर में पीड़िता सहित पांच लोगों के खिलाफ कथित तौर पर सेक्सटॉर्शन और 50 लाख रुपये की मांग का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन पार्टी के टिकट पर तीन बार बाड़मेर सीट से विधायक चुने गए थे। हालांकि, वह पिछला चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बागी प्रियंका चौधरी से हार गए थे।
एक साल पहले जैन की कुछ सीडी वायरल हुई थी, जिसको लेकर जैन ने सीडी के साथ छेड़छाड़ होने का दावा किया और बाड़मेर के कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया था।
पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय ने मेवाराम जैन के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का मामला दर्ज किया था।