तोक्यो, तोक्यो स्थित हानेडा हवाई अड्डे के रनवे पर एक यात्री विमान और जापानी तट रक्षक बल के विमान के बीच हुई टक्कर और उसमें आग लगने की घटना के एक दिन बाद बुधवार को जांचकर्ताओं ने अपनी जांच हवाई यातायात नियंत्रण और दो विमानों के बीच संवाद पर केंद्रित की।
इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
यह हादसा मंगलवार शाम को तब हुआ जब जापान एयरलाइंस (जेएएल) का एक विमान हानेडा के चार रनवे में से एक पर उतरा, तभी उड़ान भरने के लिए तट रक्षक बल का विमान बॉम्बार्डियर डैश -8 भी उड़ान भरने के लिए रनवे पर आ गया।
इस टक्कर में दोनों विमानों में आग लग गई। हालांकि, 20 मिनट के भीतर ही यात्री विमान के सभी 379 यात्रियों को और चालक दल के सदस्यों को आपातकालीन रास्ते से निकाल लिया गया। वहीं, तट रक्षक विमान में विस्फोट हुआ और उसका पायलट घायल हो गया जबकि चालक दल के पांच सदस्य मारे गए।
परिवहन मंत्रालय ने दुर्घटना से ठीक पहले लगभग 4 मिनट और 27 सेकंड का हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) संवाद का एक प्रतिलेख जारी किया है। इसमें प्रतीत हो रहा है कि तट रक्षक विमान को उड़ान भरने की स्पष्ट मंजूरी नहीं दी गई थी। संवाद प्रतिलेख के अनुसार तोक्यो हवाई नियंत्रण ने जेएएल एयरबस ए350 को रनवे सी पर उतरने की अनुमति दी।
तट रक्षक विमान ने कहा कि वह उसी रनवे पर जा रहा था, और यातायात नियंत्रण ने उसे रनवे के आगे ‘स्टॉप लाइन’ पर जाने का निर्देश दिया। नियंत्रक ने नोट किया कि तट रक्षक को प्रस्थान प्राथमिकता मिलती है और पायलट ने कहा कि वह स्टॉप लाइन पर जा रहा था।
उनकी बातचीत यहीं समाप्त हो जाती है। दो मिनट बाद, तीन सेकंड का विराम हुआ, जो स्पष्ट रूप से टक्कर के समय का संकेत था।
पुलिस ने संभावित लापरवाही की अलग जांच शुरू की। तोक्यो पुलिस ने कहा कि जांचकर्ताओं ने रनवे पर मलबे की जांच की और वे लोगों से पूछताछ कर रहे हैं।
बुधवार को जापान परिवहन सुरक्षा बोर्ड (जेटीएसबी) के छह विशेषज्ञों ने विमान के अवशेषों की जांच की। टीवी फुटेज में जले हुए विमान ए350 के डैने दिखाई दे रहे हैं जबकि छोटा तटरक्षक विमान मलबे के ढेर जैसा दिखाई दे रहा है।
जेटीएसबी ने कहा कि जांचकर्ता पायलटों, अधिकारियों के साथ-साथ हवाई यातायात नियंत्रण अधिकारियों से पूछताछ की योजना बना रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि दोनों विमान एक साथ रनवे पर कैसे पहुंचे।