उन्होंने आगे कहा, “अगर उत्तर कोरिया सीधे तौर पर हमें उकसाता है, तो हम तत्काल, मजबूत एवं जबरदस्त तरीके से जवाब देंगे।” उत्तर कोरिया ने पहले भी अपनी ‘हेइल-5-23’ प्रणाली के परीक्षण का दावा किया था, उत्तर कोरिया ने हाल के हफ्तों में सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। रविवार को उसने एक नई ठोस ईंधन वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल तैनात करने का दावा किया। कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी (केसीएनए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने कहा कि उसे वाशिंगटन, सोल और टोक्यो द्वारा पानी के नीचे हथियारों का परीक्षण करने के लिए संयुक्त अभ्यास द्वारा उकसाया गया था।
उसने इन अभ्यासों पर ‘क्षेत्रीय स्थिति को और अधिक अस्थिर करने’ और उत्तर कोरिया की सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया। पिछले सितंबर में, उत्तर कोरिया ने खुलासा किया था यह उसकी पहली पनडुब्बी है जो परमाणु हथियार लॉन्च करने में सक्षम है। उसने मार्च 2023 से, अपने हेइल सिस्टम – मानव रहित, पानी के नीचे परमाणु-सशस्त्र ड्रोन के परीक्षण का भी दावा किया है। कोरियाई भाषा में हेइल का अर्थ ‘सुनामी’ होता है।
पिछले साल के अंत में प्योंगयांग ने भी घोषणा की थी कि उसने पहले के असफल प्रयासों के बाद सफलतापूर्वक एक जासूसी उपग्रह अंतरिक्ष में स्थापित कर दिया है और इस वर्ष तीन और उपग्रह स्थापित करने का वादा किया है। उपग्रह वास्तव में कार्य कर रहा है या नहीं इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि होना अभी बाकी है।
दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया रूस की मदद से अपने उपग्रह को ऊपर लाने में कामयाब रहा, जिसके बदले में कथित तौर पर उसे यूक्रेन में युद्ध के लिए उत्तर कोरिया से हथियार मिले। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने पिछले साल रूस के नेता व्लादिमीर पुतिन और रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के साथ उच्च स्तरीय बैठकें की थीं। इस सप्ताह उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री भी रुस में थे।