लंदन, ब्रिटेन-भारत संबंधों को विश्व कल्याण के लिये केंद्रित करार देते हुए ब्रिटेन के गृह मंत्री जेम्स क्लेवरली ने कहा है कि दोनों देश संघर्ष को फैलने और दुनिया के अन्य हिस्सों को उसकी चपेट में आने से रोकने के लिए काम कर सकते हैं।
बुधवार को बिट्रेन के संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में इंडिया ग्लोबल फोरम के छठे वार्षिक ब्रिटेन-भारत संसदीय भोज में क्लेवरली ने कहा कि भारत की बौद्धिक शक्ति विशाल है और बड़ी होती जा रही है।
उन्होंने कहा, “भारत की बौद्धिक शक्ति विशाल है और लगातार बढ़ती जा रही है। चाहे वह भविष्य की संभावित महामारियों से निपटना हो या गैर-संचारी रोगों से निपटना हो या कृत्रिम मेधा या वित्तीय सेवाओं या टिकाऊ कृषि के अवसरों और जोखिमों से निपटना हो, मैं ऐसे किसी भी क्षेत्र के बारे में सोचने के लिए संघर्ष करता हूं जहां ब्रिटेन और भारत के बीच समन्वय और सहयोग नहीं हो तथा विश्व कल्याण के लिए एक ताकत न बनें।”
प्रमुख वैश्विक संघर्षों की पृष्ठभूमि में और 22 वर्षों में किसी भारतीय रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) की पहली ब्रिटेन यात्रा के बाद, क्लेवरली से संघर्ष को “फैलने” से रोकने में साझेदारी की चेतना पर जोर दिया गया।
इंडिया ग्लोबल फोरम द्वारा जारी एक मीडिया विज्ञप्ति में क्लेवरली को उद्धृत करते हुए कहा गया, “अशांत दुनिया और संभावित अशांत क्षेत्र में भारत के रक्षा मंत्री का ब्रिटेन दौरा अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण था…।”
उन्होंने कहा, “बेशक, भारत और ब्रिटेन के बीच सैन्य संबंध बहुत पुराने हैं। मुझे उम्मीद है कि साथ मिलकर, उद्देश्य की ताकत का प्रदर्शन करते हुए, लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए, और अपने मूल्यों की रक्षा करने की इच्छा का प्रदर्शन करते हुए, ब्रिटेन और भारत संघर्ष को फैलने और दुनिया के अन्य हिस्सों में इसके विस्तार से रोकने के लिए काम कर सकते हैं।”