नयी दिल्ली, देश की अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2023-24 में 7.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 7.2 प्रतिशत थी। शुक्रवार को जारी एक सरकारी अनुमान में यह संभावना जताई गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने राष्ट्रीय आय के बारे में अपने पहले अग्रिम अनुमान में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तविक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) यानी 2011-12 की स्थिर कीमतों पर जीडीपी के 171.79 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी के 160.06 लाख करोड़ रुपये रहने का अस्थायी अनुमान 31 मई 2023 को जारी किया गया था।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में देश की वास्तविक जीडीपी में वृद्धि 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 7.2 प्रतिशत रही थी।
वित्त वर्ष 2023-24 में मौजूदा कीमतों पर जीडीपी 296.58 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है जबकि 31 मई, 2023 को जारी वर्ष 2022-23 के अस्थायी अनुमानों के मुताबिक जीडीपी 272.41 लाख करोड़ रुपये थी।
एनएसओ के मुताबिक, वर्ष 2023-24 में मौजूदा कीमतों पर जीडीपी की वृद्धि दर 8.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि 2022-23 में यह 16.1 प्रतिशत थी।
रिजर्व बैंक ने पिछले महीने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में 2023-24 के लिए देश की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया।