गांधीनगर, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक (गिफ्ट) सिटी आने वाले वर्षों में दुनिया के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्रों में से एक बनने के लिए तैयार है।
वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के 10वें संस्करण से पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को ‘ई-मेल’ के जरिए दिए एक साक्षात्कार में पटेल ने कहा कि गांधीनगर में स्थित गिफ्ट सिटी में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का विस्तार किया जा रहा है, जिसके बाद कुल भूमि क्षेत्र करीब 3,400 एकड़ तक पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा कि गिफ्ट सिटी के किनारे रिवरफ्रंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर के खुदरा और मनोरंजन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। गिफ्ट सिटी के लिए मेट्रो सेवाएं 2024 मध्य तक शुरू हो जाएंगी।
पटेल ने कहा, ‘‘ मुझे पूरा विश्वास है कि गिफ्ट सिटी आने वाले वर्षों में दुनिया के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्रों में से एक बनने को तैयार है।’’
पटेल ने कहा कि गिफ्ट सिटी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण भारत और पूरी दुनिया को सेवाएं प्रदान करने के लिए एक विश्व स्तरीय वित्तीय, आईटी व आईटीईएस तथा फिनटेक हब बनाना है।
उन्होंने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार ने वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) 2024 के तहत अंतरराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय रोड शो के हिस्से के रूप में अग्रणी वैश्विक व राष्ट्रीय वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों के साथ कई बैठकें की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चर्चाओं में संयुक्त अरब अमीरात, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और अमेरिका जैसे देशों की अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने गिफ्ट-आईएफएससी में निवेश के अवसर तलाशने में अपनी रुचि व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने गिफ्ट-आईएफएससी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में 580 परिचालन संस्थाएं हैं। गिफ्ट-आईएफएससी में पहले से ही बड़े पैमाने पर उल्लेखनीय निवेश आ रहा है, जिनमें गूगल, बैंक ऑफ अमेरिका, मॉर्गन स्टेनली जैसे वैश्विक नाम शामिल हैं।
पटेल ने कहा कि वीजीजीएस के 10वें संस्करण के हिस्से के रूप में 10 जनवरी को गिफ्ट सिटी में एक ‘ग्लोबल फिनटेक लीडरशिप फोरम’ का आयोजन किया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी शीर्ष वित्त तथा प्रौद्योगिकी संस्थानों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के साथ बंद कमरे में बातचीत करेंगे।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि गुजरात सेमीकंडक्टर नीति (2022-27) ने इसे सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए समर्पित नीति वाला भारत का पहला राज्य बना दिया है।
पटेल ने कहा कि सरकार दुनिया भर की प्रमुख सेमीकंडक्टर कंपनियों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा कर रही है और गुजरात में निवेश के लिए निमंत्रण दे रही है।