नयी दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली सरकार ‘राम राज्य’ से प्रेरणा लेकर अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं, वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन दे रही है तथा चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति और निशुल्क जलापूर्ति कर रही है।
केजरीवाल ने कहा कि भगवान राम ने कभी जाति और धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं किया, लेकिन आज हमारा समाज ‘‘उन आधार पर बंटा हुआ है।’’
मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार की ओर से गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार ‘राम राज्य’ से प्रेरणा लेकर अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। भगवान राम ने कभी जाति और धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं किया, लेकिन आज हमारा समाज ‘‘उन आधार पर बंटा हुआ है।’’
केजरीवाल ने यह बात अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के कुछ दिन बाद कही।
उन्होंने कहा, ‘‘राम राज्य से प्रेरणा लेकर प्रशासन चलाने में सातों दिन चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति भी शामिल है। इसका तात्पर्य बुजुर्गों का आदर भी है और हम उनकी पेंशन बढ़ाकर तथा उनके लिए निशुल्क तीर्थयात्रा की व्यवस्था कराकर, ऐसा कर रहे हैं।’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ इसमें गरीबों तथा मध्यम वर्ग को निशुल्क जलापूर्ति मुहैया कराना भी शामिल है। हम सत्ता में आने के बाद से ही यह कर रहे हैं।’’
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित करती है। उन्होंने कहा कि हालांकि दिल्ली पुलिस उनके नियंत्रण में नहीं है फिर भी आम आदमी पार्टी (आप) इन मुद्दों पर भी काम करने की कोशिश करती है।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संबंध में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि यह देश और पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने जीवन में ‘‘भगवान राम के जीवन के आदर्शों को चरितार्थ करना चाहिए।’’
उन्होंने केन्द्र सरकार पर प्ररोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तब अच्छा है जब आर्थिक लाभ देश के सभी गरीबों तक पहुंचे।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘लेकिन अगर इसमें से चार हजार अरब एक या दो लोगों के पास ही रहेंगे तो देश गरीब ही रहेगा।’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले 75 वर्ष में अमीर और अमीर हुआ है तथा गरीब और गरीब हुआ है। मंहगाई को कम करना भी ‘राम राज्य’ की परिकल्पना में शामिल है, जिसका हम पालन करते हैं। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में न्यूनतम मूल्य वृद्धि हुई है। अगर लोग महंगाई से त्रस्त हैं तो हम यह नहीं कह सकते कि राम राज्य है।’’