सिंगापुर, सिंगापुर के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि भारतीय मूल के परिवहन मंत्री एस. ईश्वरन के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच एक ‘‘बेहद चिंताजनक घटनाक्रम’’ है और जिस निर्वाचन क्षेत्र से वह निर्वाचित हुए हैं, उस पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है।
राष्ट्रीय विकास मंत्री डेसमंड ली ने कहा कि वेस्ट कोस्ट के समूह प्रतिनिधित्व निर्वाचन क्षेत्र (जीआरसी) में संसद सदस्य (सांसद) लोगों को अपने मिशन में शामिल करने और जीवन यापन की लागत तथा असमानता जैसे गंभीर मुद्दों के समाधान के लिए काम कर रहे हैं।
जीआरसी का नेतृत्व ईश्वरन ही करते थे।
ली ने कहा, ‘‘जुलाई से (ईश्वरन भ्रष्टाचार मामले की खबर आने के बाद से) हम टीम को एकजुट रखने, उत्साह और समर्पण के साथ सेवा जारी रखने के लिए उसका उत्साह वर्धन कर रहे हैं।’’
भ्रष्ट आचरण जांच ब्यूरो (सीपीआईबी) ने पिछले साल 11 जुलाई ईश्वरन को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।
उनके खिलाफ यह जांच पहले से ही किसी अन्य मामले से संबंधित है। हालांकि, ईश्वरन के खिलाफ जांच किस मामले में की जा रही है, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी।
ईश्वरन को छुट्टी पर भेज दिया गया है और अगले आदेश तक उनका मासिक वेतन घटाकर 8,500 सिंगापुर डॉलर कर दिया गया है। हालांकि, उन्हें सांसद भत्ता मिलता रहेगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या इसका असर अब भी उनके जीआरसी पर पड़ रहा है, ली ने ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ और चीनी दैनिक अखबार ‘लियानहे जाओबाओ’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि इस घटना का ‘‘प्रभाव पड़ा है, बहुत बड़ा प्रभाव है’’ लेकिन उन्होंने इस संबंध में विस्तार से नहीं बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इस घटना से लोगों के लिए सेवा जारी रखने की भावना पर कोई असर नहीं पड़ा है। हम लगातार अपने मिशन पर काम करते रहेंगे और लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ते रहेंगे।’’