जलवायु, संघर्ष और आर्थिक संकट सभी बड़ी समस्याएं डब्ल्यूईएफ में चर्चा का विषय

दावोस, गाजा से लेकर यूक्रेन में संघर्ष, अंटार्कटिका या अमेजन में जलवायु परिवर्तन के खतरे, एआई के उत्पन्न डीपफेक समस्या और चुनाव को इससे खतरे, उभरते बाजारों से लेकर विकसित दुनिया तक में आर्थिक संकट तक कई समस्याएं ऐल्प्स में एक छोटे स्की रिज़ॉर्ट शहर में चर्चा का विषय हैं।

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक का दायरा इस साल बड़ा होता दिख रहा है। शहर ने रविवार को पहली बार दुनियाभर के 90 राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक की मेजबानी की।

मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार से होगी और यह शुक्रवार तक जारी रहेगा।

इस बार बर्फबारी भी बहुत अधिक होने की संभावना है क्योंकि पहले दिन ही सड़कें बंद हो गईं और सुबह से ही यातायात बाधित रहा। पूरे सप्ताह बर्फबारी जारी रहने का पूर्वानुमान है।

इस आयोजन के लिए स्विट्जरलैंड और कुछ पड़ोसी देशों से हजारों सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा कर्मियों को भी तैनात किया गया है, ताकि शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले करीब 60 राष्ट्रों तथा सरकारों के प्रमुख की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

जिनेवा स्थित डब्ल्यूईएफ सोमवार से यहां अपनी 54वीं वार्षिक बैठक की मेजबानी कर रहा है, जहां दुनियाभर के 2,800 से अधिक नेता पांच दिन तक एक उच्चस्तरीय ‘टॉकफेस्ट’ में हिस्सा लेंगे।

इस वैश्विक विशिष्ट जमावड़े की खबर देने के लिए 500 से अधिक पत्रकार और हजारों सहायक कर्मचारी भी वहां मौजूद हैं।

आधुनिक और लोकप्रिय अवकाश स्थल के रूप में दावोस का इतिहास 150 साल पुराना है, जब 1865 में पहले शीतकालीन मेहमान यहां पहुंचे थे। तबतक, यह सिर्फ एक ग्रीष्मकालीन पर्वतीय स्वास्थ्य रिजॉर्ट था, जहां तपेदिक के रोगी इलाज के लिए जाते थे।

डब्ल्यूईएफ के साथ दावोस का वार्षिक संबंध 1971 में शुरू हुआ जब मंच को यूरोपीय प्रबंधन मंच के रूप में जाना जाता था। उस वर्ष, डब्ल्यूईएफ के संस्थापक क्लॉस श्वाब ने यूरोपीय आयोग के संरक्षण में दावोस कांग्रेस सेंटर में एक बैठक के लिए 400 से अधिक यूरोपीय व्यापारिक हस्तियों को आमंत्रित किया था।