कोलकाता, देश में सीमेंट उद्योग को इस वित्त वर्ष से अगले पांच वर्षों में 15 से 16 करोड़ टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) क्षमता जोड़ने की उम्मीद है। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स ने मंगलवार को अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।
बुनियादी ढांचे और आवास क्षेत्रों में अनुमानित मांग वृद्धि पर नजर रखते हुए, क्षमता में वृद्धि जैविक तथा अजैविक दोनों तरीके से होगी।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में भारत में कुल सीमेंट विनिर्माण क्षमता करीब 59.5 करोड़ टन प्रति वर्ष है, जिसमें पिछले पांच वित्तीय वर्षों में 11.9 करोड़ टन प्रति वर्ष जोड़ा गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि अगले वित्त वर्ष में सात से 7.5 करोड़ टन प्रति वर्ष क्षमता वृद्धि शुरू होने की उम्मीद है, जिसमें करीब 55 प्रतिशत देश के पूर्वी तथा मध्य क्षेत्रों में केंद्रित है।
रिपोर्ट के अनुसार, नियोजित क्षमता वृद्धि में बड़ी कंपनियों की हिस्सेदारी 50 से 55 प्रतिशत होगी। पिछले दो वित्त वर्ष में मजबूत मांग ने बड़ी कपंनियों और कुछ मध्यम आकार की कंपनियों की बैलेंस शीट को मजबूत किया है, जिससे वे क्षमता विस्तार करने को प्रेरित हुईं।