मुंबई, बुनियादी ढांचा और आवास क्षेत्र की बढ़ती मांग के चलते सीमेंट उद्योग वित्त वर्ष 2024-25 से 2027-28 के बीच 15-16 करोड़ टन की क्षमता जोड़ सकता है।
क्रिसिल रेटिंग्स ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट में कहा गया कि क्षमता वृद्धि बढ़ती मांग को पूरा करने के साथ ही अत्यधिक प्रतिस्पर्धी उद्योग में बाजार हिस्सेदारी को मजबूत करने के लिए भी की जाएगी।
सीमेंट की मांग वित्त वर्ष 2021-22 में आठ प्रतिशत और 2022-23 में 12 प्रतिशत बढ़ी थी।
अगले वित्त वर्ष में 7-7.5 करोड़ टन अतिरिक्त क्षमता के जुड़ने की उम्मीद है। इनमें 50-55 प्रतिशत पूर्वी और मध्य क्षेत्रों से होगा।
रिपोर्ट में कहा गया कि योजनाबद्ध क्षमता वृद्धि में बड़े खिलाड़ियों की हिस्सेदारी 50-55 प्रतिशत होगी। बढ़ती आपूर्ति और कड़ी प्रतिस्पर्धा से मूल्य वृद्धि पर अंकुश लगेगा, लेकिन लागत में नरमी से मार्जिन अच्छा बना रहेगा।
पिछले दो वित्त वर्ष में मजबूत मांग ने बड़ी सीमेंट कंपनियों और मजबूत बाजार उपस्थिति वाली कुछ मध्यम आकार की कंपनियों को मजबूत किया है। ऐसे में उन्होंने क्षमता विस्तार की योजना बनाई है।