‘ब्रांड आईआईटी’ हमेशा से ‘ब्रांड इंडिया’ का हिस्सा रहा है : संधू

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वाशिंगटन,  देश के अंदर और देश के बाहर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के छात्रों की महती भूमिका की सराहना करते हुए अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने रविवार को कहा कि वे हमेशा से ‘ब्रांड इंडिया’ का हिस्सा रहे हैं।

संधू ने वाशिंगटन डीसी के मैरीलैंड उपनगर में पैनआईआईटी 2024 कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि ‘‘ब्रांड आईआईटी’’ हमेशा से ‘‘ब्रांड इंडिया’’ का हिस्सा रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्था (आईआईटी) के अब विदेशों में कैंपस खोलने के साथ ही यह ब्रांड वास्तव में वैश्विक हो रहा है ।

शुक्रवार को शुरू हुये इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश भर से आईआईटी के सैकड़ों पूर्व छात्र एक साथ यहां आये।

संधू ने कहा, ‘‘आईआईटी लंबे समय से उत्कृष्टता का पर्याय रहा है, और जैसा कि कहा जाता है, ‘‘उत्कृष्टता एक काम नहीं है, बल्कि एक आदत है। आपने लगातार दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आपने भारत के साथ-साथ अमेरिका एवं विश्व स्तर पर तकनीक और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आज अमेरिका में कई सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) आईआईटी से हैं, और उनमें से कई इस सम्मेलन का हिस्सा हैं।’’

राजदूत ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘जो लोग सपने देखने वाले और उसे पूरा करने वाले हैं; जो विचार और नवाचार दोनों करते हैं; वास्तव में वे एक जबरदस्त संयोजन हैं ।’’

‘इंडिया राइजिंग’ पर आधारित सम्मेलन को संबोधित करते हुये संधू ने कहा कि भारत ने पिछले एक दशक में अपने हवाई अड्डों, राष्ट्रीय राजामर्गों और मेट्रो नेटवर्कों की संख्या दोगुनी कर दी है।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां एक देश है, जो नये आईआईटी और आईआईएम का निर्माण कर रहा है, जो हर सप्ताह एक नया विश्वविद्यालय बना रहा है, जो हर रोज दो नये कालेज बना रहा है। यह देश है जहां पर ग्रामीण इंटरनेट उपयोगकर्ता शहरी उपयोगकर्ताओं से अधिक हैं।’’

उन्होंने दर्शकों से कहा, ‘‘यहां एक विकासशील देश है, जो बॉलीवुड की फिल्म में लगने वाले खर्च से कम खर्च में चंद्रमा पर पहुंच चुका है । यहां एक देश है, जहां दूर-दराज इलाके में किसान कीटनाशक का छिड़काव करने के लिये ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं, जहां दादी-नानी घरों के बिलों का भुगतान करने के लिये डीजिटल लेन देन करती हैं। हम लगातार चलते रह सकते हैं। क्या भारत सचमुच अद्भुत नहीं है ।’’

हालांकि, इंडिया राइजिंग केवल भारत के उत्थान से संबंधित नहीं है, बल्कि यह दुनिया से संबंधित जो भारत के साथ आगे बढ़ रही है ।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा हमेशा से मानना रहा है कि साझा करना ही सफलता है और सफलता को साझा करना ही है। ये सभी दुनिया के लिए बड़े अवसर प्रस्तुत करते हैं। आप में से प्रत्येक के लिए, जो सोच रहे हैं कि आगे कहां दांव लगाना है, उन्हें किसी भी तरह का कोई संदेह नहीं है।’’

संधू ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास में सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रतिभागियों के सम्मान में एक भोज का भी आयोजन किया।