वाशिंगटन, अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू भारत-अमेरिका संबंधों के अग्रणी वास्तुकारों में से एक हैं। एक शीर्ष भारत-केंद्रित अमेरिकी व्यापार समूह के प्रमुख ने यह बात कही।
अमेरिका-भारत रणनीतिक एवं साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने बृहस्पतिवार को यहां निवर्तमान भारतीय राजदूत के सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में कहा कि संधू की उपलब्धियां बहुत अधिक और प्रभावशाली हैं।
यूएसआईएसपीएफ ने विदाई समारोह आयोजित किया था। मंच ने कहा कि राजदूत संधू दोनों देशों के रिश्ते के अग्रणी वास्तुकारों में से एक रहे हैं। ये संबंध स्वच्छ ऊर्जा, शिक्षा साझेदारी, अंतरिक्ष सहयोग, रक्षा और प्रौद्योगिकी संबंधों के आधार पर मजबूत हो रहे हैं।
संधू (61) इस महीने 35 साल के राजनयिक करियर के बाद विदेश सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
अघी ने कहा कि उन्होंने जब फरवरी 2020 में वाशिंगटन में पदभार संभाला, तो महामारी के चलते एक चुनौतीपूर्ण वक्त था। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय छात्रों को घर लौटने में मदद की, प्रवासी भारतीयों के लिए लंबित वीजा मामलों पर काम किया और दोनों देशों के बीच वैक्सीन कूटनीति को मजबूत किया।
महामारी के बाद संधू ने वाशिंगटन में पहले सैद्धान्तिक क्वाड शिखर सम्मेलन का नेतृत्व करने, व्यापार नीति फोरम को फिर से शुरू करने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में मदद की।