जयपुर, राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)की सरकार में नवनियुक्त मंत्रियों ने विभागों के बंटवारे के बाद शनिवार को कार्यभार संभाल लिया।
नवनियुक्त विद्यालयी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कार्यभार संभालने के बाद कहा कि विद्यार्थियों का हित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के हित वाली योजनाएं चलती रहेंगी।
शिक्षकों के तबादलों पर दिलावर ने कहा कि परीक्षाएं चल रही है, परीक्षाओं के चलते हुए हम कोशिश करेंगे की शिक्षकों के तबादले नहीं हो लेकिन वैसे तबादलों पर कोई रोक नहीं होता।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कार्यभार संभालने के बाद कहा कि यदि कोई मौजूदा कानून उपयोगी नहीं है या उसमें संशोधन की जरूरत है तो उसे बदला जाएगा और प्रभावी कानून बनाया जाएगा।
वहीं नए कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा और अगर हुआ है तो जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके।
राजस्थान में नवगठित मंत्रिपरिषद के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा शुक्रवार को किया गया, जिसमें गृह व आयोजना जैसे प्रमुख विभाग मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने पास रखे हैं।
राज्य में मंत्रिपरिषद का विस्तार 30 दिसंबर को हुआ और 12 कैबिनेट व 10 राज्य मंत्री बनाए गए। इनमें पांच राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। इससे पहले शर्मा ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ नवनिर्वाचित विधायक दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। मुख्यमंत्री को मिलाकर इस समय राज्य में कुल 25 मंत्री हैं।