मॉस्को, रूस के निर्वाचन आयोग ने एक वामपंथी दल के उम्मीदवार को मार्च में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल होने की मंगलवार को अनुमति दे दी।
राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन की जीत की प्रबल संभावना मानी जा रही है।
आयोग द्वारा निकोलाई खारितोनोव की उम्मीदवारी मंजूर किए जाने के बाद राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में तीन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा।
संसद के निचले सदन के सदस्य खारितोनोव ने राष्ट्रपति पुतिन की घरेलू नीतियों का विरोध किया है, लेकिन वह यूक्रेन में रूस द्वारा की जा रही कार्रवाई के समर्थन में हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में वामपंथी दल के उम्मीदवार आमतौर पर अच्छे वोट जुटाते रहे हैं, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में खारितोनोव, पुतिन के लिए कोई बड़ी चुनौती पेश करते नजर नहीं आ रहे हैं।
वर्ष 2004 के राष्ट्रपति चुनाव में वामपंथी दल के उम्मीदवार को केवल 13.8 फीसदी वोट मिले थे।
वर्ष 2000 में पहली बार राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाने के बाद से पुतिन रूस की राजनीति पर हावी रहे हैं।
पिछले हफ्ते निर्वाचन आयोग ने 15-17 मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ के लियोनिद स्लत्स्की और ‘न्यू पीपुल्स पार्टी’ के व्लादिस्लाव दावानकोव की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी थी।