सियोल, दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ने कहा है कि उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु परिसर में एक ‘हल्का जल संयंत्र’ अगली गर्मियों तक औपचारिक रूप से चालू होने की आशंका है। इस तरह का संदेह है कि उत्तर कोरिया इसे परमाणु आयुध के लिए विखंडनीय सामग्री के नए स्रोत के रूप में उपयोग कर सकता है।
उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चिंतित संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी और विदेशी विशेषज्ञों ने कहा कि उन्हें ऐसे संकेत मिले हैं जो दर्शाते हैं कि उत्तर कोरिया ने योंगब्योन परमाणु परिसर में अपने ‘हल्का -जल संयंत्र’ में परिचालन शुरू कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनकी एजेंसी ने संयंत्र में और उसके आसपास गतिविधियों का स्तर बढ़ते देखा है और अक्टूबर के मध्य से उसकी शीतलन प्रणाली से भारी मात्रा में जल प्रवाह हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यह संयंत्र चिंता का कारण है क्योंकि यह अत्यंत संवर्धित यूरेनियम के साथ प्लूटोनियम बना सकता है जिसका इस्तेमाल परमाणु आयुधों के विनिर्माण में किया जाता है।
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा मंत्री शिन वोनसिक ने एक दिन पहले संवाददाताओं को बताया था कि उनके देश ने पिछली गर्मियों में भी संयंत्र से जुड़ी शीतलन प्रणाली संबंधी इस तरह की गतिविधि देखी थी।
शिन ने कहा कि ऐसा लगता है कि संयंत्र प्रायोगिक परिचालन की प्रक्रिया में है और अगली गर्मियों के आसपास इसमें आधिकारिक रूप से कामकाज शुरू हो सकता है।