संयुक्त राष्ट्र, सूडान में गृहयुद्ध की समप्ति के लिए समर्पित एक अभियान को बंद करने के वास्ते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को मतदान किया गया।
सूडान में ‘यूनाइटेड नेशन्स इंटीग्रेटेड ट्रांजिशन असिस्टेंस मिशन’ (यूएनआईटीएएमएस) को समाप्त करने के लिए हुए मतदान में रूस ने भाग नहीं लिया। वहीं अमेरिका और ब्रिटेन के राजदूतों ने सूडान में राजनीतिक मिशन को समाप्त किए जाने के फैसले पर निराशा व्यक्त की लेकिन कहा कि मिशन को समाप्त करने की सूडान की सरकार की इच्छा को देखते हुए यह कदम जरूरी हो गया था।
अमेरिका ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया हालांकि अमेरिकी उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने कहा, ‘हम इस बात को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित हैं कि सूडान में अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों की सीमित मौजूदगी अत्याचार करने वालों के हौंसले बढ़ाने में मदद करेगी।’
अर्धसैनिक बल ‘रैपिड सपोर्ट फोर्सेज’ अप्रैल के मध्य से ही सूडानी सेना के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। इसकी उत्पत्ति कुख्यात ‘जंजावीद’ विद्रोही संगठन के रूप में हुई थी। इसने बीते कई महीनों से सूडान की राजधानी खार्तूम और अन्य शहरी क्षेत्रों में सरकार के खिलाफ जंग छेड़ रखी है।
इस संघर्ष ने देश को तबाह कर दिया और 60 लाख से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़कर सूडान के भीतर सुरक्षित स्थानों पर या फिर पड़ोसी देश भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि संरा विभिन्न मानवीय एजेंसियों की मौजूदगी को बरकरार रखते हुए सूडानी लोगों की मदद करने के अपने प्रयास को जारी रखेगा।
संरा के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘सभी को यह स्पष्ट होना चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र सूडान नहीं छोड़ रहा है।’