नयी दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां सिविल लाइंस इलाके में सोमवार को एक सरकारी स्कूल के सभागार का उद्घाटन किया और कहा कि सरकार संचालित विद्यालयों का बुनियादी ढांचा किसी भी शीर्ष निजी संस्थान से कमतर नहीं है।
केजरीवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को आजादी मिलने के 15-20 साल बाद तक कई प्रमुख लोगों ने सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई की, क्योंकि उस समय निजी स्कूल कुछ ही थे।
उन्होंने दोहराया कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार का ध्यान शिक्षा पर केंद्रित है और दिल्ली में सरकारी विद्यालयों के बुनियादी ढांचे में पिछले आठ साल में काफी बदलाव आया है।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘सरकारी विद्यालयों का बुनियादी ढांचा शीर्ष निजी विद्यालयों से कम नहीं है। बच्चों में भी आत्मविश्वास बढ़ा है और यह देखा जा सकता है कि वे निजी विद्यालयों में पढ़ रहे अपने समकक्षों की तुलना में अधिक आत्मविश्वासी हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होने के कारण विद्यार्थियों के स्कूल छोड़ने की दर काफी अधिक थी, लेकिन इस समस्या को सुलझा लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी स्कूलों में अब लगभग 18 लाख छात्र पढ़ रहे हैं।’’