एमसीडी सदन के विशेष सत्र में हंगामा, भाजपा सदस्यों ने किया प्रदर्शन
Focus News 23 December 2023
नयी दिल्ली, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन के शनिवार को आयोजित विशेष सत्र के दौरान हंगामा देखने को मिला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्षदों ने दुकानों की सीलिंग से जुड़े मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया।
वहीं, महापौर शैली ओबराय ने भविष्य में सदन में हंगामा होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकार क्षेत्र में आने वाली संपत्तियों की सीलिंग हटाने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाया गया विशेष सत्र विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के कारण बाधित हुआ।
उन्होंने बताया कि सदन के नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह और कई अन्य भाजपा पार्षदों ने तख्तियों के साथ प्रदर्शन किया और आम आदमी पार्टी (आप) और उसके नेतृत्व वाले नगर निकाय के खिलाफ नारे लगाए। विरोध के दौरान कई सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए।
भाजपा सदस्यों ने आरोप लगाया कि एमसीडी ने सीलिंग हटाने के मुद्दे पर चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाया था जबकि नगर निकाय ने शुक्रवार को दक्षिण दिल्ली की अमर कॉलोनी में तीन दुकानों को सील कर दिया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीलिंग हटाने के मुद्दे पर चर्चा स्थानीय शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में पहली और दूसरी मंजिल की दुकानों में लगी सील हटाने के लिए अदालत द्वारा नियुक्त समिति के निर्णय से जुड़ी थी।
अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को तीन दुकानों को सील ‘लाइसेंस नहीं होने’की वजह से गई थी और दोनों मुद्दों को मिलाया नहीं जाना चाहिए।
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सदन का विशेष सत्र दोपहर में शुरू हुआ, लेकिन भाजपा सदस्यों के विरोध के कारण कार्यवाही बाधित हुई।
अधिकारियों ने बताया कि हंगामे के बाद महापौर शैली ओबरॉय ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी लेकिन जब कुछ समय के बाद कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भाजपा पार्षदों ने अपना विरोध जारी रखा। इसके बाद कार्यवाही फिर से स्थगित कर दी गई।
इससे पहले, हंगामे के बीच सदन में एक प्रस्ताव पारित किया गया कि स्थानीय शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की जिन दुकानों को करीब छह साल पहले सील किया गया था उसे हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि सदन की कार्यवाही एक घंटे से भी कम समय तक चली।
भाजपा के इकबाल सिंह ने बाद में सिविक सेंटर में इस मुद्दे पर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने दावा किया कि दुकानों पर से ‘सील हटाने का इरादा’ नहीं है अन्यथा ‘‘न्यायिक समिति की रिपोर्ट के अनुसार दुकानों पर लगे सील तुरंत हटा दिए जाने चाहिए थे।’’
उन्होंने महापौर पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या एमसीडी को ‘दुकानों पर लगे सील को हटाने के लिए विपक्ष के विरोध प्रदर्शन का इंतजार करना चाहिए था।’’
सिंह ने ‘आप’ पर ‘झूठे प्रचार और छल करने’ का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के भीतर सील हटाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो भाजपा सड़क से लेकर विधानसभा तक विरोध प्रदर्शन करेगी और महापौर कार्यालय का घेराव करेगी।
वहीं, एमसीडी सदन की कार्यवाही हंगामे के कारण स्थगित होने के बाद महापौर ओबरॉय ने कहा कि भविष्य में, ‘इस तरह का व्यवहार करने वाले’ पार्षदों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
ओबरॉय ने यहां आम आदमी पार्टी (आप) मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब से उनकी पार्टी एमसीडी की सत्ता में आई है तब से भाजपा पार्षदों ने ‘‘सदन को सुचारू रूप से चलने नहीं दिया है’’।
महापौर ने भाजपा सदस्यों से सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से चलने देने की अपील की।
उन्होंने सभी पार्षदों से ‘सदन की गरिमा’बनाए रखने और इसकी पवित्रता का उल्लंघन न करने का भी आग्रह किया। साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में, कार्यवाही के दौरान ‘इस तरह के व्यवहार का सहारा लेने वाले’ पार्षदों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
महापौर ने आरोप लगाया कि कुछ भाजपा सदस्य ‘निजी माइक्रोफोन’ लाए थे।
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