हम अदरक को सब्जी में डालते हैं, ताकि इसका स्वाद बढ़ जाए। हम इसको सुखाकर रख लेते हैं और मसालों में प्रयोग करते हैं। अदरक व सौंठ को हम कई तरह से प्रयोग करते हैं। इन दोनों के बहुत सारे औषधीय गुण भी हैं।
हम इनको सर्दी तथा वर्षा में ज्यादा प्रयोग करते हैं। अदरक के रस को 2-3 बार नाभि पर लगाएं तो अतिसार ठीक हो जाता है। इसका प्रतिदिन सेवन करने से पेट फूलता नहीं।
आफारा नहीं होता, सर्दी का असर शरीर पर नहीं होता। अगर उलटी हो रही है तो अदरक व प्याज का रस बराबर मात्रा में (15 मिली) मिलाकर ले तो उल्टी रुक जाती है।
अदरक का रस और शहद मिलाकर रख लेें। जब कभी खांसी, जुकाम, सांस की बीमारी हो तो इसका 2-2 चम्मच गुनगुना करके 3-4 बारे लें, लाभ मिलेगा। अदरक व पुदीने का काढ़ा बनाकर पीने से ज्वर से लाभ मिलता है। यह सेवन बुखार में अधिक लाभदायक है। अदरक और पुराना गुड़ मिलाकर खाने से जोड़ों का दर्द एवं सूजन ठीक हो जाती है। इसको गरम पानी से लें, ज्यादा लाभ होगा। अदरक तथा नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर उसमें थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर सुबह पीने से अजीर्ण रोग से लाभ मिलता है। भूख ठीक लगती है।
पाचन क्रिया ठीक होती है। अदरक को चूसने से खांसी नहीं होती। चाय में डालकर पीने से स्वाद बढ़ जाता है और गैस नहीं होती। इसलिए हमें अदरक का नियमित सेवन करना चाहिए।