नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि संसद परिसर में उप राष्ट्रपति को जिस तरह अपमानित किया गया, उससे वह बेहद व्यथित हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उनकी अभिव्यक्ति शालीन तथा मर्यादा के दायरे में होनी चाहिए।
राष्ट्रपति का यह बयान सांसदों के निलंबन के खिलाफ मंगलवार को संसद की सीढ़ियों पर विपक्षी सदस्यों के विरोध प्रदर्शन के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा धनखड़ की नकल उतारे जाने के एक दिन बाद आया है।
मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ संसद परिसर में हमारे माननीय उपराष्ट्रपति को जिस तरह से अपमानित किया गया, उससे मैं बेहद व्यथित हूं। निर्वाचित प्रतिनिधि अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उनकी अभिव्यक्ति शालीन एवं मर्यादा के दायरे में होनी चाहिए। हमारी संसदीय परंपराएं हैं जिन पर हमें गर्व है और भारत के उन्हें बरकरार रखने की आशा करते हैं।’’
संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर हंगामा करने पर दोनों सदनों से 90 से अधिक विपक्षी सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में विपक्ष के सांसदों ने कल मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया था।
निलंबित सांसदों ने संसद के नए भवन के मकर द्वार पर धरना दिया। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा, सदनों की कार्यवाही का संचालन किए जाने की नकल उतारी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल किए जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए।
राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष की नकल उतारे जाने की घटना पर मंगलवार को गहरी आपत्ति जताते हुए इसे अस्वीकार्य करार दिया था।
सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में पिछले कुछ दिनों के भीतर 141 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में मंगलवार को 49 लोकसभा सदस्यों को निलंबित कर दिया गया।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे हैं।