ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव ई.के.पलानीस्वामी ने बुधवार को कहा कि लोकसभा की सुरक्षा में चूक राष्ट्र की संप्रभुता के लिए चुनौती है। उन्होंने घुसपैठ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से सुरक्षा खामी को दूर करने की मांग की। उन्होंने संसद में गैस कनस्तर लेकर दाखिल हुए दो लोगों द्वारा अंजाम दिये गए घटना की निंदा की।
पलानीस्वामी ने कहा कि यह पीड़ा का विषय है; यह 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर हुआ है।
पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक एस. रामदास ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि इस तरह की घटना को आसानी से संसद के भीतर अंजाम दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2001 के संसद हमले की बरसी पर संसद की सुरक्षा में चूक कई सवाल खड़े करते हैं।
रामदास ने कहा, ‘‘अगर कोई संसद में गैस कनस्तर के साथ प्रवेश कर सकता है तो पहला सवाल यह उठता है कि पिस्तौल और बम भी अंदर ले जाया जा सकता है, जो जान को खतरा पैदा कर सकता है।’’
उन्होंने कहा कि यह घटना नए संसद भवन के उद्घाटन के तीन महीने के भीतर हुआ है और विस्तृत जांच के आदेश दिए जाने चाहिए। उन्होंने मांग की कि सरकार को यह पता लगाने के लिए सुरक्षा ऑडिट कराना चाहिए कि नया संसद भवन सुरक्षा खतरों से परे है या नहीं।