कोलकाता, किडनी के इलाज से जुड़ी कंपनी नेफरोकेयर ने करीब 70 करोड़ रुपये के निवेश से मार्च 2026 तक 22 किडनी देखभाल केंद्र स्थापित करने की योजना बनायी है।
नेफरोकेयर के अधिकारियों ने कहा कि विस्तार के लिये धन जुटाने को लेकर कंपनी संभावित आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) सहित अन्य विकल्पों पर गौर कर रही है।
प्रस्तावित केंद्रों में कोलकाता क्षेत्र के श्यामबाजार और चंदननगर तथा उत्तरी पश्चिम बंगाल के केंद्र भी शामिल हैं। साथ ही कंपनी की अगले साल मार्च तक रायपुर में भी एक सेंटर खोलने की योजना है।
इन केंद्रों का लक्ष्य लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों का उपचार करना, आधुनिक डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराना, बेहतर खान-पान के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना आदि है।
नेफ्रोकेयर इंडिया के संस्थापक डॉ. प्रतिम सेनगुप्ता ने कहा, ‘‘भारत दुनिया की मधुमेह की राजधानी है। ऐसे में यहां किडनी मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। वहीं उपयुक्त बुनियादी सुविधाएं और विशेष किडनी देखभाल क्लीनिकों की कमी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसको देखते हुए, हमने 70 करोड़ रुपये के निवेश से किडनी इलाज को लेकर मार्च 2026 तक 22 केंद्र खोलने की योजना बनायी है।’’
नेफ्रोकेयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सोमनाथ चक्रवर्ती ने भारत में किडनी के इलाज को लेकर ऐसे केंद्रों की मांग और आपूर्ति के बीच अंतर की बात कही।
सेनगुप्ता ने कहा, ‘‘हमारा अगले 10-15 साल में देश भर में 300 ऐसे केंद्र स्थापित करके लंबे समय से किडनी रोग से पीड़ित दस लाख मरीजों तक पहुंचने का लक्ष्य है।’’ उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार देश में डायलिसिस बाजार 2022 में 2.11 अरब डॉलर का था। इसके 2030 तक बढ़कर 4.37 अरब डॉलर होने का अनुमान है।