रहस्यमयी और अद्भुत मंदिर।

hanuman-mandir

ग्वालियर के घाटीगाँव क्षेत्रा में एक बहुत ही रहस्यमय गांव है ‘धुआँ‘ ।


किसी समय यह गांव बहुत ही सम्पन्न हुआ करता था। सभी आबादी खासकर जैन लोग (उनमें से एक ने ही इस मंदिर के विषय मे बताया था), गाँव मे बढ़ी बढ़ी गाड़ियाँ और पुरानी हवेलियाँ बनी हुईं हैं लेकिन बहुत पहले यहां कुछ बहुत रहस्यमय हुआ और उसके बाद पूरा गाँव खाली हो गया।


लोग गांव छोड़कर बाहर निकल गए, दिन में तो लोग मंदिर में दर्शन आदि करने के लिए आते रहे पर रात में गाँव मे कोई नही रुकता।


रात में रुकने वाले लोगों को गाँव मे अजीब और रहस्यमय अनुभव होते हैं।
यहीं है एक अति प्राचीन हनुमान मंदिर है जिन्हें ‘धुएं‘ के हनुमान जी कहा जाता है।
घाटीगाँव से तकरीबन 7 किलोमीटर अंदर है ये स्थान, इस मंदिर में भगवान हनुमान दिन भर में तीन स्वरूप बदलते हैं सुबह सुबह उनकी मूर्ति स्निग्धता लिए हुए चमकदार होती है जोकि उनका बाल स्वरूप है।


दिन के समय युवा स्वरूप का आभास आता है। मूर्ति में नीली नसें दिखनी शुरू हो जाती है।
शाम के समय मूर्ति में दिखने वाली नसें गहरी और ज्यादा दिखने वाली हो जाती हैं और मूर्ति को देखकर प्रौढ़ हनुमान स्वरूप का अभास होता है।


यहाँ संतान प्राप्ति के लिए लोग गोबर से मंदिर में सतिया (स्वस्तिक) बनाते हैं जोकि बिना रुके एक बार में बिना हाथ उठाये बनाना होता है।


मंदिर में हनुमान जी का विग्रह ऐसा लगा जैसे सुषैण वैद्य को कुटिया सहित लेके जा रहे हैं।
मन्दिर में हनुमान जी के पैरों के नीचे चण्डी विग्रह ये भी बताता है की ये स्थान विशेषकर तांत्रिक पूजा के लिए होना चाहिए, शायद इसी कारण किसी विशेष घटना की वजह से गांव पूरा खाली हुआ होगा।


रोग शांति के लिए भी यहां प्रार्थना और मन्नत मांगी जाती है। दिव्य और चमत्कारिक स्थान है। कभी मौका मिले तो अवश्य दर्शन करियेगा।