हैदराबाद, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने यहां राष्ट्रपति निलयम में पर्यटन के विभिन्न आकर्षण केंद्रों का बृहस्पतिवार को उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति मुर्मू अपने वार्षिक दक्षिण प्रवास के तहत सोमवार को हैदराबाद पहुंची थीं। वह सिकंदराबाद के बोल्लाराम में स्थित राष्ट्रपति निलयम में ठहरी हैं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, राष्ट्रपति ने एक ऐतिहासिक ध्वज स्तंभ की प्रतिकृति, भूलभुलैया उद्यान और बच्चों का पार्क, नवीनीकृत की गई बावड़ियों और पारंपरिक सिंचाई प्रणाली, चट्टान पर झरने के पास शिव और नंदी की मूर्तियां और ज्ञान कलादीर्घा में नए एन्क्लेव का उद्घाटन किया।
सागौन की लकड़ी से बने 36 मीटर (120 फीट) लंबे ध्वज स्तंभ ने 1948 में भारतीय संघ में हैदराबाद राज्य के एकीकरण को चिह्नित किया था।
मुख्य इमारत के पास स्थित भूलभुलैया उद्यान में मुख्य आकर्षण के रूप में ‘मरेया एक्जोटिका’ है, जबकि बच्चों के लिए बाल पार्क स्थापित किया गया है।
तीन-सीढ़ी वाली बावड़ियों के जीर्णोद्धार से उनमें प्रतिवर्ष अच्छी खासी मात्रा में वर्षाजल एकत्रित होगा। यह जल सुरक्षा और स्थानीय संसाधन स्थिरता को बढ़ाएगा, जबकि पारंपरिक सिंचाई प्रणाली आगंतुकों को विरासत के बारे में जागरूक करेगी।
बरगद के पेड़ के नीचे दक्षिण की ओर मुख करके बैठे दक्षिणामूर्ति शिव और एक चट्टान पर बैठे नंदी आगंतुकों के लिए एक और आकर्षण होंगे।
ज्ञान कलादीर्घा में दो नए एन्क्लेव जोड़े गए हैं – एक हैदराबाद के एकीकरण के बारे में जानकारी प्रदान करता है तथा दूसरा राष्ट्रपति भवन और भारत के राष्ट्रपतियों के बारे में जानकारी देता है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ज्ञान कलादीर्घा के बाहर रॉक पेंटिंग “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है।
राष्ट्रपति निलयम, राष्ट्रपति के दक्षिणी प्रवास को छोड़कर, पूरे वर्ष आम जनता के लिए खुला रहता है।