हैदराबाद, लोकसभा की सुरक्षा में चूक की घटना के बाद तेलंगाना विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) अकबरुद्दीन ओवैसी और विधान परिषद के अध्यक्ष गुथा सुखेंद्र रेड्डी ने एक बैठक की, जिसमें मौजूदा विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा उपायों को और पुख्ता करने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में तेलंगाना के विधायी मामलों के मंत्री डी श्रीधर बाबू, राज्य के पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
श्रीधर बाबू के कार्यालय की ओर से बुधवार रात जारी एक बयान में कहा गया कि प्रोटेम स्पीकर के निर्देशानुसार आयोजित बैठक में संसद की सुरक्षा में चूक की घटना की निंदा की गई।
बैठक में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई, क्योंकि राज्य में भी विधानसभा का सत्र चल रहा है।
पुलिस अधिकारियों को त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सख्ती से लागू करने को कहा गया।
प्रोटेम स्पीकर ने निर्देश दिया कि विधानसभा में आने वाले हर व्यक्ति की गहनता से जांच की जाए।
इसमें कहा गया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि पहले से जारी किए गए पासों के अलावा कोई नया पास जारी नहीं किया जाएगा।
नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह के साथ विधानसभा सत्र नौ दिसंबर को शुरू हुआ था और इसे 14 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव बृहस्पतिवार को होगा।
वर्ष 2001 में नयी दिल्ली में संसद पर हुये घातक आतंकवादी हमले की बरसी के दिन ही बुधवार को गंभीर सुरक्षा चूक हुई। दो लोग बुधवार को दर्शक दीर्घा से सदन के भीतर कूद गए और उन्होंने केन के जरिये पीले रंग का धुआं फैलाया, जिससे सदन में दहशत फैल गई। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया।
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया।