न्यूयार्क, भारतीय मूल के एक अमेरिकी को 40 लाख डॉलर से अधिक राशि की जन स्वास्थ्य बीमा योजना की धोखाधड़ी एवं आपराधिक कमाई करने का दोषी ठहराया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमेरिका के न्याय विभाग ने पिछले सप्ताह एक बयान में बताया कि न्यूजर्सी में वेस्ट न्यूयार्क के केवल पटेल (54) को ऑनलाइन धोखाधड़ी, स्वास्थ्य देखभाल धोखाधड़ी, धनशोधन आदि आरोपों में सात दिसंबर को दोषी ठहराया गया।
पटेल ने दवाओं के विपणन के लिए एबीसी हेल्थी लिविंग एलएलसी नामक कंपनी बनायी और उसका संचालन किया।
बयान में कहा गया है कि पटेल और उसके साथियों ने नेवार्क में क्लीनिक चला रहे भारतीय मूल के एक अमेरिकी डॉक्टर से संपर्क किया तथा उसे मरीजों के लिए वे दवाएं लिखने को राजी किया किया जिनकी मरीजों को जरूरत ही नहीं थी। उसके बदले में पटेल और उसके साथियों को कमीशन मिलता था।
प्रांतीय और स्थानीय प्रशासन के कुछ उन कर्मियों को जिनके बास बीमा था उन्हें विटामिन, दाग से छुटकारा दिलाने संबंधी क्रीम, दर्द संबंधी क्रीम, कामेच्छा बढ़ाने संबंधी क्रीम, पेट में अम्लता संबंधी परेशानी से निजात दिलाने की दवाइयां एक महीने तक खरीदने पर हजारों डॉलर की प्रति पूर्ति दी गयी।
पटेल ने लागत को और बढ़ाने तथा अपनी अवैध कमाई को भी बढ़ाने के लिए दवा निर्माताओं के साथ मिलकर दवाओं में अनावश्यक अवयव मिलाने की साजिश रची।
बयान में कहा गया है कि उसने स्वास्थ्य देखभाल धोखाधड़ी और ऑनलाइन धोखाधड़ी के माध्यम से कमाई करने के लिए कई वित्तीय विनिमय किये।
अटॉर्नी फिलिप आर. शेलिंगर ने बताया कि पटेल को अमेरिकी डिस्ट्रक्ट जज रॉबर्ट बी. कुगलेर के सामने चली 11 दिन की सुनवाई में दोषी ठहराया गया।