आधुनिक बीमारियों में गर्दन में अकड़न और दर्द भी एक प्रचलित रोग है। जो लोग डेस्क जॉब करते हैं, अधिक लिखते-पढ़ते हैं या टी. वी. अधिक देखते हैं, ऐसे लोग इस रोग की पकड़ में जल्दी आ जाते हैं। यह एक चिपकू किस्म का रोग है जो आपको आराम से बैठने-सोने नहीं देता। इस रोग से खतरा अधिक नहीं होता। एक बार यह रोग गर्दन या कंधे को जकड़ ले तो आसानी से नहीं छोड़ता।
क्या आप भी परेशान हैं गर्दन दर्द से? ऐसे में कुछ विशेष बातों पर ध्यान देंः-
लम्बे समय तक लगातार गाड़ी न चलायें।
यदि आपको पढ़ने लिखने का शौक है तो बीच में कुछ काम बदल कर करें या अपनी गर्दन और कंधों को आराम दें।
यदि आप डेस्क जॉब पर हैं तो ऐसे में हर 30 मिनट के अंतराल में थोड़ा उठकर बाहर तक घूम आयें। अपनी मांसपेशियों को ढ़ीला छोड़ दें। लगातार डेस्क जॉब करने से शरीर की मांसपेशियां सख्त पड़ जाती हैं और दर्द शुरू हो जाती है।
टी. वी. लेटकर न देखें। यदि आप आराम के मूड में हैं तो ऐसे में पलंग या कुर्सी पर आराम की पोजीशन में बैठें। अधिक समय तक टी. वी. देखना हो तो बीच-बीच में उठते रहें।
पेट के बल सोने से भी आपके कंधे और गर्दन जकड़ जाते हैं। कोशिश करें कि रात्रि को सीधा सोयें। बीच-बीच में एक साइड पर भी थोड़े समय के लिए सो सकते हैं।
तकिया अधिक ऊंचा न रखें। नर्म और पतले तकिये का प्रयोग करें।
अधिक नर्म बिस्तर पर न सोयें। इससे भी मांसपेशियांं में सिकुड़न आ जाती है।
अधिक लगातार दर्द रहने पर डॉक्टर से जांच करवायें। अपनी इच्छा से ‘पेनकिलर‘ न लें। डॉक्टरी सलाह से दवाइयों का प्रयोग करें।
कम्प्यूटर पर लगातार काम करने वाले और जो लोग फोन पर अधिक समय बातें करते हैं, उन्हें भी थोडे़ बीच में उठकर गर्दन के व्यायाम कर लेने चाहिये। कभी भी फोन को गर्दन और कंधों के बीच रखकर अधिक समय तक बातें न करें। जांच करवाने के बाद उपयोगी व्यायामों की जानकारी फिजियोथेरेपिस्ट से लें। लोगों के कहे अनुसार स्वयं कुछ इलाज न करें।
गर्दन और कंधों की मालिश नर्म हाथों से करवायें। मालिश गर्दन से कंधे की ओर करें।
तौलिए का कालर बना कर गर्दन के चारों ओर कुछ समय हेतु लपेटें जिससे सिर को सहारा मिल सके।
गर्म पानी की बोतल से भी गर्दन के पिछले हिस्से पर टकोर कर सकते हैं। अधिक ऊंचे नीचे स्थानों पर न जायें क्योंकि झटका लगने पर भी दर्द बढ़ सकता है।
ऑटो, स्कूटर आदि पर कम बैठें।
तौलिये को गर्म पानी में भिगोकर, निचोड़ कर गर्दन के पीछे गर्म सेंक करने पर भी आराम मिलता है।
उठते समय आराम से उठें। झटका देकर जल्दी न उठें।
गर्दन को दाईं ओर से बाईं ओर आराम से घुमायें, पीछे की ओर गर्दन ले जायें।
कुछ व्यायाम लगातार करते रहने से आप गर्दन दर्द से कुछ हद तक छुटकारा पा सकते हैं।