गांधीनगर, केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शुक्रवार को कहा कि भारत में तेजी से हो रहे शहरीकरण से अगले कुछ दशकों में देश की लगभग आधी आबादी शहरों में रहने लगेगी।
किशोर ने ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ कार्यक्रम से पहले ‘लिवेबल सिटीज ऑफ टूमॉरो’ में अपने संबोधन में यह टिप्पणियां की। यह कार्यक्रम गांधीनगर में शुक्रवार सुबह महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुआ।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भविष्य में लोगों के शहरों की ओर जाने को ध्यान में रखते हुए शहर के निवासियों के कल्याण के वास्ते कई योजनाएं शुरू की हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले हमारी 20 प्रतिशत आबादी शहरों में रहती थी जबकि 80 फीसदी आबादी गांवों में रहती थी। अब शहरी आबादी 30 प्रतिशत है जबकि ग्रामीण इलाकों में 70 फीसदी लोग रहे हैं। आज, हम ऐसी प्रवृत्ति देख रहे हैं जिसमें लोग शहर (जहां वे काम करते हैं) में एक मकान खरीदना चाहते हैं और गांव में भी मकान चाहते थे।’’
किशोर ने कहा, ‘‘जिस तरह से शहरों का विकास किया जा रहा है और शहरीकरण देश में रफ्तार पकड़ रहा है, उसे देखते हुए हमें अगले कुछ दशकों में शहरी और ग्रामीण आबादी का अनुपात 50:50 होने की उम्मीद है जिसका मतलब है कि लगभग आधी आबादी शहरों में रहेगी। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शहर के निवासियों के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की है।’’
इस मौके पर गुजरात के मुख्य सचिव राज कुमार ने दर्शकों को बताया कि सूरत के समीप ‘ड्रीम सिटी’ का विकास स्मार्ट सिटी के तौर पर किया जा रहा है जिसमें करीब पांच लाख लोग रहेंगे और हीरा, कपड़ा तथा आतिथ्य सत्कार जैसे क्षेत्रों में करीब दो लाख नौकरियां पैदा होंगी।