वारसॉ, मध्यमार्गी दल ‘सिविक प्लेटफॉर्म’ के नेता डोनाल्ड टस्क सोमवार को संसद में मतदान के बाद पोलैंड के प्रधानमंत्री बने।
इससे आठ साल तक रूढ़िवादी ‘लॉ एंड जस्टिस पार्टी’ के शासन के बाद नयी यूरोपीय संघ (ईयू) समर्थक सरकार का मार्ग प्रशस्त हुआ। टस्क ने 2014 से 2019 तक यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। वह 2007 से 2014 तक पोलैंड के प्रधानमंत्री थे।
चुनाव के लगभग दो महीने बाद टस्क सत्ता में आए हैं। चुनाव में वामपंथी से लेकर उदारवादी रूढ़िवादी पार्टियों के गठबंधन ने जीत हासिल की थी। पार्टियों ने अलग-अलग वादे किए थे, लेकिन लोकतांत्रिक मानकों को बहाल करने और सहयोगी देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए टस्क के नेतृत्व में एक साथ काम करने का वादा किया।
सत्ता परिवर्तन को मध्य यूरोपीय राष्ट्र के 3.8 करोड़ नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि ‘लॉ एंड जस्टिस पार्टी’ के खिलाफ लोगों के सामूहिक विरोध ने एक ऐसी सरकार को बदलने के लिए रिकॉर्ड मतदान किया जिसपर आरोप था कि वह लोकतांत्रिक मानदंडों को नष्ट कर रही है।
‘लॉ एंड जस्टिस पार्टी’ 2015 से पोलैंड की सत्ता पर काबिज थी। पार्टी पर आरोप था कि इसने अदालतों और न्यायिक निकायों की शक्ति को कमतर किया। यूरोपीय संघ और अन्य ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ दल देश की न्यायिक स्वतंत्रता को नष्ट कर रहा है।
संसद के 460 सीटों वाले निचले सदन में मतदान के दौरान टस्क के समर्थन में 248 वोट पड़े तथा उनके विरोध में 201 सांसदों ने वोट किया। जीत के बाद टस्क ने एक संक्षिप्त संबोधन में कहा, ‘‘धन्यवाद पोलैंड, यह वास्तव में एक अद्भुत दिन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘न केवल मेरे लिए बल्कि उन सभी के लिए जो इन कई वर्षों में गहराई से विश्वास करते थे… कि चीजें बेहतर हो जाएंगी।’’
टस्क मंगलवार को संसद को संबोधित करेंगे तथा अपने मंत्रिमंडल का गठन करेंगे। उन्हें नयी सरकार के लिए विश्वास मत हासिल करना है, जिसके बाद राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा द्वारा उन्हें बुधवार सुबह शपथ दिलाया जा सकता है।