बीजिंग/कुनमिंग, चीन-हिंद महासागर क्षेत्र विकास सहयोग मंच (सीआईओआरएफ) की दूसरी बैठक में जलवायु सूचना एवं पूर्वानुमान प्रणाली परियोजना शुरू करने तथा रणनीतिक दृष्टि से इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के देशों में आजीविका परियोजना चलाने का प्रस्ताव रखा गया है।
चीन ने दक्षिण चीन के कुनमिंग में सात और आठ दिसंबर को ‘चाइना इंटरनेशनल डेवलपमेंट कॉपरेशन एजेंसी’ (सीआईडीसीए) के तत्वावधान में सीआईओआरएफ की दूसरी बैठक की है। सीआईडीसीए एक ऐसा संगठन है जो सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लीडरशिप समूह का हिस्सा है।
सीआईडीसीए के अगुवा पूर्व विदेश मंत्री और भारत में चीन के राजदूत रह चुके लुओ झाओहुई हैं।
सीआईडीसीए ने बैठक से पहले कहा था कि इस कार्यक्रम में चीन और 20 से अधिक अन्य देशों एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 300 मेहमान हिस्सा लेंगे। लेकिन उसने उन देशों की सूची नहीं जारी की जिन्होंने इस बैठक में हिस्सा लिया।
भारत को पिछली साल की बैठक में नहीं बुलाया गया था। यहां अधिकारियों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि इस बार भी उसे बुलाया गया है या नहीं।
बैठक के बाद सीआईडीसीए द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से जलवायु सूचना एवं पूर्वानुमान प्रणाली परियोजना शुरू करना तथा हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के देशों के वास्ते छोटी आजीविका परियोजनाएं चलाना शामिल हैं।