कोट्टयम (केरल),केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को कहा कि सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में रोजाना आ रही भारी भीड़ के बढ़ने के बीच सबकुछ नियंत्रण में है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मंदिर के मामलों में सरकारी तंत्र पूरी लगन से हस्तक्षेप कर रहा है।
मंडलम-मकरविलक्कु अवधि के दौरान आम तौर पर मंदिर में भारी भीड़ होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक इस साल रोजाना 1.20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर में पूजा करने के लिए आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सबरीमला एक राष्ट्रीय तीर्थस्थल है, जहां बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्यों से श्रद्धालु दर्शन और पूजन करने के लिए आते हैं।
विजयन, जिले में ‘नव केरल सदास‘ कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे।
पहाड़ी पर स्थित मंदिर में आ रही भारी भीड़ को प्रबंधित करने में सरकार की कथित विफलता को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित अन्य विपक्षी दल की ओर से राज्य सरकार पर निशाना साधे जाने पर मुख्यमंत्री ने राज्य के देवस्वोम मंत्री के. राधाकृष्णन को सबरीमला में तैनात कर दिया है।
सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि एरुमेली, निलक्कल और पंबा में तीर्थयात्रियों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का आकलन करने के बाद राधाकृष्णन सन्निधानम पहुंचेंगे।
भीड़ को प्रबंधित करने की सरकार और त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड की योजना विफल होने की विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भीड़ को देखते हुए ही श्रद्धालुओं को हर बार सन्निधानम (मंदिर परिसर) में ऊपर की ओर जाने की अनुमति दी जाती है।
उन्होंने कहा, ‘अनियंत्रित भारी भीड़ के कारण कुछ दुर्घटनाएं हमारे नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। इसलिए हम मामलों को अत्यधिक सावधानी से देख रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि छह दिसंबर के बाद चार दिनों में प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 88,000 के आंकड़े को पार कर गई है। उन्होंने कहा कि भारी भीड़ के मद्देनजर दर्शन का समय एक घंटे बढ़ा दिया गया है।