नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को चुनावी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासन के लिए लोगों की सबसे पसंदीदा पार्टी बन गई है क्योंकि सत्ता में रहते हुए चुनाव जीतने का उसका रिकॉर्ड कांग्रेस से काफी बेहतर है।
भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की बड़ी जीत का श्रेय ‘टीम भावना’ को दिया और कहा कि तीन राज्यों में जीत के अलावा तेलंगाना और मिजोरम में भी पार्टी की ताकत बढ़ी है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मोदी को उद्घृत करते हुए संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस ने उन राज्यों में एक कार्यकाल के लिए सत्ता में रहते हुए 40 बार विधानसभा चुनावों का सामना किया और उनमें से केवल सात में जीत दर्ज कर सकी।
मोदी ने कहा कि भाजपा के लिए ये आंकड़े 39 में से 22 गुना हैं, यानी सफलता दर 56 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों ने कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन वे भाजपा से बेहतर नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए 36 में से 18 बार जीत हासिल की और 50 प्रतिशत की सफलता दर हासिल की।
उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि भाजपा सरकार चलाने के लिए सबसे पसंदीदा पार्टी है।
इससे पहले, संसदीय दल की बैठक में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी के शानदार प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जोरदार स्वागत किया गया।
विधानसभा चुनावों में भाजपा ने मध्य प्रदेश में अपनी सत्ता बरकरार रखी वहीं कांग्रेस को राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सत्ता से बाहर कर दिया। तेलंगाना में भी पार्टी ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
संसद भवन परिसर में हो रही इस बैठक में प्रधानमंत्री के पहुंचते ही भाजपा सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं और ‘स्वागत है भाई स्वागत है, मोदी जी का स्वागत है’ के नारे लगाए।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रधानमंत्री को माला पहनाकर उनका स्वागत किया।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल सहित कई केंद्रीय मंत्री और पार्टी के सांसद मौजूद थे।
भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी के सभी लोकसभा सदस्य और राज्यसभा सदस्य शामिल होते हैं। अमूमन यह बैठक सत्र के दौरान प्रत्येक मंगलवार को होती है लेकिन इस सप्ताह मंगलवार को यह बैठक नहीं हो सकी थी।
बैठकों में मोदी सहित भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता संसदीय एजेंडे और पार्टी के संगठनात्मक एवं राजनीतिक अभियानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखते हैं।