हैदराबाद, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच सीटों के बंटवारे पर बातचीत अभी चल रही है।
‘‘प्रेस से मिलिए’’ कार्यक्रम में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वामपंथी दल, कांग्रेस के मित्र हैं और राष्ट्रीय नेतृत्व और पीसीसी की एक समिति अब भी उनके साथ संपर्क में है।
रेड्डी की टिप्पणियां तब आयी हैं जब एक दिन पहले माकपा ने कांग्रेस के साथ बातचीत बेनतीजा रहने के बाद 17 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा कर दी थी।
रेड्डी ने कहा, ‘‘एक-दूसरे को समझने में थोड़ी देरी हुई। मुझे नहीं लगता कि यह (सीट बंटवारे की वार्ता) खत्म हो गयी है। हमारा आलाकमान और पीसीसी कमेटी वार्ता जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि मुनुगोडे उपचुनाव में वामपंथी दलों ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के साथ गठबंधन किया था जिससे कांग्रेस को अपने स्थानीय नेतृत्व को अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहना पड़ा था।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर ‘‘आपराधिक राजनीतिज्ञ’’ होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि केसीआर को 10 साल तक शासन करने का मौका दिया गया लेकिन वह तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में नाकाम रहे।
उन्होंने दावा किया कि बीआरएस सरकार एक पुलिस शिकायत दर्ज कर कालेश्वरम परियोजना के गुणवत्ता संबंधी मुद्दों से ध्यान भटका रही है। इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि परियोजना को हाल में पहुंचे ‘‘नुकसान’’ में असामाजिक तत्वों का हाथ है।
तेलंगाना में कालेश्वरम परियोजना के ‘मेदिगड्डा (लक्ष्मी) बैराज’ के ‘‘खंभों में दरारें’’ आने की खबरों के बाद राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण द्वारा गठित एक समिति ने हाल में निर्माण स्थल का दौरा किया।
राज्य में ‘‘बेरोजगारी की समस्या’’ पर जोर देते हुए रेड्डी ने आरोप लगाया कि तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर नौकरियों के लिए 30 लाख युवा पंजीकृत हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 2050 तक तेलंगाना के विकास पर एक दस्तावेज लेकर आ रही है।
केसीआर ने कहा था कि अगर कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आयी तो सभी कल्याणकारी योजनाएं रद्द कर देगी, इस पर रेड्डी ने कहा कि उनकी पार्टी देश में कल्याणकारी योजनाओं की आविष्कारक है।
रेड्डी ने किसानों को निवेश सहायता देने वाली रायथु बंधु योजना पर भी निशाना साधा जिसे केसीआर अपनी बनाई योजना कहते हैं। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का विचार था जिसे 2014 के चुनाव घोषणापत्र में भी शामिल किया गया था।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आज हम रायथु भरोसा के तहत 15,000 रुपये देने का वादा कर रहे हैं।’’
टीपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि आंध्र प्रदेश में चुनावी हार को भांपने के बावजूद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तेलंगाना के गठन के लिए कदम उठाए थे।