पिछली सरकारों ने पंजाब को ‘लूटा’, राज्य के विकास पर पैसा खर्च रहे मान : केजरीवाल

होशियारपुर,  आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पंजाब की पिछली सरकारों पर राज्य को लूटने का आरोप लगाया और कहा कि ‘आप’ सरकार एक ईमानदार सरकार है, जो प्रदेश के विकास पर खर्च कर रही है।

केजरीवाल ने लोगों से राज्य में ‘‘प्रगति की धारा’’ को बनाए रखने के लिए मान का समर्थन करने को कहा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ होशियारपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए 867 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की और आधारशिला रखी।

केजरीवाल ने ‘विकास क्रांति’ रैली में अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘होशियारपुर लोकसभा सीट के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन है। भगवंत मान सरकार इस संसदीय क्षेत्र के लिए 867 करोड़ रुपये का पैकेज लेकर आई है।’

आप प्रमुख ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी सरकार ने होशियारपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए इस तरह के पैकेज की घोषणा की हो।

केजरीवाल ने कहा कि 867 करोड़ रुपये के पैकेज के तहत एक मेडिकल कॉलेज, मोहल्ला क्लिनिक, जल आपूर्ति एवं जल-मल शोधन संयंत्र, खेल के मैदान और अन्य विकास परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।

राज्य के विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने रैली में उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या होशियारपुर के सांसद सोमप्रकाश पिछले पांच वर्षों में कभी उनसे मिले हैं।

केजरीवाल ने पूछा, ‘क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री) ने होशियारपुर में अपना चेहरा दिखाया? क्या पूर्व मुख्यमंत्री (प्रकाश सिंह) बादल साहब कभी होशियारपुर आए, जिनकी राज्य में 10 साल तक सरकार रही।’

उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले डेढ़ साल में मान ने अमरिंदर सिंह, प्रकाश सिंह बादल और सोमप्रकाश की तुलना में कई बार होशियारपुर का दौरा किया है।

केजरीवाल ने सभा में कहा, ‘अमरिंदर, बादल और प्रकाश ने कभी भी आपके कल्याण की परवाह नहीं की। आपका बेटा, आपका भाई भगवंत मान चौबीसों घंटे आपके बीच है। इस बार भगवंत मान की सरकार को और मजबूत बनाएं।’

उन्होंने कहा, ‘अगर आप उनकी सरकार को मजबूत बनाएंगे तो गांवों में प्रगति की ऐसी धारा बहेगी जो किसी ने नहीं देखी होगी। पंजाब में क्रांति आने वाली है।’

केजरीवाल ने कहा कि अगर ‘आप’ सरकार सिर्फ डेढ़ साल में इतना काम कर सकती है तो पिछली सरकारें क्यों विफल रहीं। उन्होंने कहा, ‘हम सरकार नहीं चला रहे, हम पुण्य कमा रहे हैं।’