नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को आगाह किया कि जलवायु परिवर्तन एक बड़ी चिंता बन गया है, जिसका सीधा असर खाद्य एवं जल सुरक्षा पर पड़ रहा है।
‘प्रोजेक्ट टाइगर’ (परियोजना बाघ) के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक कला प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए, मुर्मू ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पारंपरिक एवं आधुनिक सोच को एकीकृत करके संरक्षण, अनुकूलन तथा शमन रणनीतियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि बेलगाम भौतिकवाद, क्रूर व्यावसायिकता और अवसरवाद ने पृथ्वी पर नकारात्मक असर डाला है, जिससे जीवन के पांच आवश्यक तत्वों पर संकट उत्पन्न हो गया है।
उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन ने खाद्य एवं जल सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। हम एक गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। वर्तमान समय में हमें ज्ञान और बुद्धिमत्ता द्वारा निर्देशित एक ठोस कार्य योजना की आवश्यकता है।”