नयी दिल्ली, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सभी विद्यालयों को 10वीं और 12वीं कक्षा को छोड़कर बाकी कक्षाओं की ऑफलाइन कक्षाएं निलंबित करने का निर्देश दिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह प्रदूषण का स्तर सरकार द्वारा निर्धारित सुरक्षित सीमा से लगभग सात से आठ गुना अधिक दर्ज किया गया। क्षेत्र के ऊपर जहरीली धुंध लगातार सातवें दिन भी बनी रही।
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने रविवार को सभी स्कूलों की प्राथमिक कक्षाओं को 10 नवंबर तक बंद करने की घोषणा की थी और कहा था कि स्कूलों के पास छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाने का विकल्प है।
हालांकि, सभी सरकारी और निजी स्कूलों ने छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए भौतिक (ऑफलाइन) कक्षाएं आयोजित करने का विकल्प चुना था।
हर दिन शाम चार बजे दर्ज किया जाने वाला 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शनिवार को 415 से बढ़कर रविवार को 454 दर्ज किया गया, जिसके कारण केंद्र ने अपनी वायु गुणवत्ता नियंत्रण योजना ‘ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान’ (ग्रैप) के अंतिम चौथे चरण के तहत जरूरी सभी आपात उपायों को लागू किया।
‘द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट’ (टेरी) द्वारा 2018 में किए एक अध्ययन के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पीएम 2.5 प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का तकरीबन 40 फीसदी योगदान रहता है।