2006 में अहमद सिद्दीकी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘जय संतोषी मां’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली नुसरत भरूचा को लव रंजन की ’प्यार का पंचनामा’ (2011) में नेहा के किरदार के लिए पहली कामयाबी मिली और उसके बाद उन्हें पलट कर देखने की कभी जरूरत महसूस नहीं हुई और उनका कैरियर सरपट दौड़ता जा रहा है।
नुसरत के पास आज बेशक ऑफर्स की भरमार है लेकिन इस पोजीशन तक आने के लिए उन्होंने लंबे समय तक कड़ा संघर्ष करते हुए, खुद को एक बेहतरीन अभिनेत्री साबित किया है।
अपनी मेहनत और हुनर की बदौलत आज नुसरत भरूचा का नाम बॉलीवुड की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से एक है जिन्हें लीड हीरोइन वाली फिल्में मिल रही हैं। आज वह हिंदी फिल्म जगत की सबसे अधिक डिमांड वाली एक्ट्रेसों में से एक है।
एक आऊटसाइडर होने के बावजूद नुसरत ने एक सधी हुई गति के साथ शिखर तक का सफर तय किया है। वह अपने किरदार के पहले, फिल्म की कहानी और स्क्रिप्ट पर ज्यादा ध्यान देती हैं।
नुसरत ने अब तक जिन फिल्मों का चयन किया, वे कमाल की रही हैं। उन्हें अपनी मासूमियत से लोगों का दिल जीतना आता है. यही वजह है कि उनकी अदा पर हर कोई फिदा हो जाता है। पब्लिक इवेंट में नुसरत को हमेशा बोल्ड अंदाज में देखा जाता रहा है। सोनम कपूर की तरह वह भी अपने बेस्ट ड्रेस सेंस के लिए काफी मशहूर है।
’प्यार का पंचनामा’ (2011) के बाद ’प्यार का पंचनामा 2’ (2015) ’सोनू के टीटू की स्वीटी’ (2018) और ’ड्रीमगर्ल’ (2019) जैसी फिल्मों की कामयाबी के बाद इस इंडस्ट्री में नुसरत की पूरी तरह धाक जम चुकी है।
नुसरत के अब तक के कैरियर पर यदि एक नजर डाली जाये तो एक बात साफ तौर पर महसूस की जा सकती है कि बॉलीवुड में कदम रखने के बाद से उन्हें अब तक ज्यादातर नैगेटिव शेड्स वाले रोल ही मिले हैं।
यदि किसी फिल्म में उन्हें बतौर लीड एक्ट्रैस भी कास्ट भी किया गया तो उसमें कुछ न कुछ नैगेटिव अंदाज जरूर नजर आता है। ’प्यार का पंचनामा’ (2011) और ’सोनू के टीटू की स्वीटी’ (2018) जैसी फिल्मों के उदाहरण इस बात को पुख्ता करते हैं।
बहरहाल नुसरत भरूचा ने अब तक ‘ड्रीमगर्ल’ (2019), ‘छलांग’ (2020), ‘छोरी’ (2021), ‘जनहित में जारी’ (2022), ‘हुड़दंग’ (2022) ‘रामसेतु’ (2022), ‘सैल्फी’ (2023), ‘तू झूठी मैं मक्कार’ (2023) और ‘अकेली’ (2023) जैसी फिल्मों के जरिये अपने कैरियर में चार चांद लगाती आ रही हैं।
अमेजन प्राइम पर ऑन स्ट्रीम हुई हंसल मेहता की ’छलांग’ (2020) में राजकुमार राव के अपोजिट नुसरत भरूचा को काफी अधिक पसंद किया गया था। इसके अलावा ’अजीब दास्तान्स’ (2021) में वह अभिषेक बनर्जी और फातिमा सना शेख के साथ नजर आईं थी।
‘हुड़दंग’ (2022) में वह सनी कौशल के साथ थीं। हालांकि उनकी यह फिल्में बिजनेस के लिहाज से कुछ खास नहीं थीं लेकिन अपनी बेहद खास अदाकारी के जरिये इस फिल्म में नुसरत ने अपने चाहने वालों पर जबर्दस्त असर छोड़ा। ‘जनहित में जारी’ (2022) में उन्होंने एक कन्डोम बेचने वाली महिला का रोल किया था, जिसे काफी पसंद किया गया।
‘मरजावां’ (2019) में नुसरत ने एक जोरदार आइटम नंबर किया था। उसके बाद उनके पास ढेर सारे आयटम नंबर्स के ऑफर आ रहे हैं लेकिन फिलहाल उन्होंने, इनसे दूरी बना रखी है।
नुसरत इस साल प्रदर्शित पैन इंडिया फिल्म ‘छत्रपति’ (2023) में बेलमकोंडा सई श्रीनिवास और शरद केलकर के साथ नजर आई । उनकी यह फिल्म 18 साल पहले 2005 की तेलुगु फिल्म का रीमेक थी जिसे वीवी विनायक ने निर्देशित किया था।
नुसरत भरूचा इस वक्त फिल्म ‘छोरी 2’ की शूटिंग में बिजी हैं। पिछले दिनों इस फिल्म के सेट पर एक एक्शन सीक्वेंस शूट करते हुए वह चोटिल हुईं और नुसरत के चेहरे पर स्टिच लगाने पड़े। यह फिल्म विशाल फुरिया व्दारा निर्देशित ‘छोरी’ (2021) का अगला पार्ट है।
‘छोरी’ (2021) एक हॉरर मराठी फिल्म ’लापाछापी’ का हिंदी रीमेक थी जिसे ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए अमेज़न प्राइम वीडियो पर ऑनस्ट्रीम किया गया था। फिल्म में नुसरत ने एक ऐसी गर्भवती महिला की भूमिका में थीं जो कन्या भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक मुद्दे को उजागर करती हैं। फिल्म को दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।
अब इसके सीक्वल ‘छोरी 2’ में नुसरत एक बार फिर साक्षी का किरदार निभा रही है। कहानी की शुरूआत वहीं से होती है जहां पहली फिल्म की कहानी खत्म हुई थी।
इसके साथ ही खबर है कि सलमान खान के मैनेजर जॉडी पटेल व्दारा बनाई जा रही लव स्टोरी बेस्ड अगली फिल्म ’बुलबुल मैरिज हॉल’ के लिए नुसरत भरूचा को लेने पर विचार हो रहा है।