नयी दिल्ली, निवेश कंपपनी लाइटहाउस कैंटन ने ल्यूमिनेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट की 350 करोड़ रुपये पर योजना एलसी नुएवा एआईएफ को बंद करने की बुधवार को घोषणा की।
एलसी नुएवा अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड (एआईएफ) हेल्थटेक, कंज्यूमरटेक, फिनटेक और एजुकेशनटेक क्षेत्रों में काम करने वाली शुरुआती चरण की कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करती है।
लाइटहाउस कैंटन इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक सुमेघ भाटिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में बताया कि इस फंड में बड़े ‘सिंगल-फैमिली’ कार्यालयों और सिडबी जैसे संस्थागत ग्राहकों सहित विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों की रुचि देखी गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उन कंपनियों में निवेश करना पसंद करते हैं जो श्रृंखला-ए और शुरुआती स्तर पर हैं। कोष को इस उद्देश्य के साथ संरचित किया गया कि 50 से 60 प्रतिशत राशि जो हम जुटाएंगे उसे निवेश करेंगे… खंड का निर्माण करेंगे और कंपनियों में निवेश करेंगे।’’
एलसी नुएवा एआईएफ के संस्थापक भागीदार एवं मुख्स सूचना अधिकारी सोहिल चंद ने कहा कि कोष की योजना खंड के निर्माण में लगभग आधी धनराशि लगाने की है, जबकि शेष आधे का उपयोग इन कंपनियों के ‘फॉलो-ऑन’ राउंड के लिए किया जाएगा।
भारत में पिछले सात वर्षों में एआईएफ निवेश में 10 गुना वृद्धि देखी गई है, प्रशासन के तहत संपत्ति करीब सात लाख करोड़ रुपये है। वर्तमान में जुटाई गई धनराशि का करीब 80-90 प्रतिशत घरेलू निवेशकों से आता है।