नयी दिल्ली, ग्रामीण विकास मंत्रालय और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप से ‘कृषि सखी’ प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया।
यह कार्यक्रम दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत शुरू किया गया है।
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस पहल का उद्देश्य 50,000 ‘कृषि सखियों’ को प्रशिक्षित करना है ताकि उन्हें कृषि मंत्रालय के अधीनस्थ कार्यालय राष्ट्रीय जैविक और प्राकृतिक खेती केंद्र (एनसीओएनएफ) की तरफ से चरणबद्ध तरीके से प्रमाणन दिया जा सके। केंद्र इस काम के लिए नोडल संस्था है।
प्रशिक्षण मॉड्यूल एनसीओएनएफ द्वारा तैयार किए गए हैं और अंतिम समीक्षा के लिए राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (एमएएनएजीई) को भेजे गए हैं।