बेंगलुरु, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को राज्य के लोगों से अपील की कि आग लगने की घटनाओं से बचने और प्रदूषण रहित दिवाली मनाने के लिए केवल हरित पटाखों का उपयोग करें क्योंकि प्रदूषण सांस और हृदय की बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है।
दीपावली के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि यह पर्व अज्ञानता के अंधेरे से ज्ञान के प्रकाश तक की यात्रा का प्रतीक है।
सिद्धरमैया ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘राज्य सरकार ने वायु तथा ध्वनि प्रदूषण और आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए हरित पटाखों के उपयोग की अनुमति दी है। पटाखों में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न रसायन कई स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बनते हैं।’’
उसने जोड़ा, ‘‘वायु और ध्वनि प्रदूषण अस्थमा, फेफड़े और हृदय रोगों से पीड़ित लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। पशु-पक्षियों को भी पीड़ा सहनी पड़ती है। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि वे हरित पटाखों का ही प्रयोग करें।’’
पटाखों पर सिद्धरमैया का संदेश आठ अक्टूबर को बेंगलुरु के बाहरी इलाके में एक पटाखा गोदाम-सह-दुकान में भीषण आग लगने की पृष्ठभूमि में आया है। उक्त घटना में 14 लोगों की मौत हो गई थी।