लंदन, ब्रिटेन में मुद्रास्फीति अक्टूबर में तेज गिरावट के साथ दो साल के निचले स्तर पर आ गई है। इसकी वजह पिछले साल ऊर्जा बिल में आए तेज उछाल को वार्षिक आधार पर तुलना से बाहर करना है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर तक उपभोक्ता कीमतें पिछले वर्ष की तुलना में 4.6 प्रतिशत अधिक थीं, जो पिछले महीने के 6.7 प्रतिशत के आंकड़े से काफी कम है।
मुद्रास्फीति में इस गिरावट का मतलब है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इस साल महंगाई दर को आधा करने की जो प्रतिबद्धता जताई थी, वह पूरी हो गई है। जिस समय सुनक प्रधानमंत्री बने थे, महंगाई दर 10 प्रतिशत से अधिक थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह जीवनयापन की लागत को कम करने और परिवारों को आर्थिक सुरक्षा देने का सबसे अच्छा तरीका है। आज हमने वह प्रतिबद्धता पूरी कर ली है।’’
हालांकि, सरकार को मुद्रास्फीति में गिरावट से राहत मिली है लेकिन इसकी एक बड़ी वजह बैंक ऑफ इंग्लैंड की ओर से ब्याज दर में बड़ी बढ़ोतरी है। बैंक ऑफ इंग्लैंड को मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत के दायरे में लाने का लक्ष्य मिला हुआ है।
इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को 15 साल के उच्चतम 5.25 प्रतिशत पर कायम रखा था। इसके साथ ही उसने संकेत दिया था कि कर्ज लेने की लागत कुछ और समय तक ऊंचे स्तर पर बनी रहेगी।