कोलंबो, श्रीलंका में अपनी आवासीय परियोजना के विस्तार के मद्देनजर भारत यहां के चाय बागान क्षेत्रों में और 10 हजार मकानों का निर्माण करेगा।
एक बयान के मुताबिक, भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को भारतीय आवासीय परियोजना के चौथे चरण के अंतर्गत श्रीलंका के चाय बागान क्षेत्रों में और 10 हजार मकानों के निर्माण के लिए दो महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस परियोजना को आकार देने के लिए राष्ट्रीय आवास विकास प्राधिकरण (एनएचडीए) और राज्य इंजीनियरिंग निगम (एसईसी) ने दो अलग-अलग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनका मकसद जल्द से जल्द 10 हजार मकानों का निर्माण करना है।
इन दो समझौतों पर हस्ताक्षार करने वालों में काउंसेलर एवं डेवलपमेंट कॉपरेशन विंग के प्रमुख एल्डोस मैथ्यू पुनोसी, एसईसी के अध्यक्ष रत्नासिरी कालूपहाना और एनएचडीए के महाप्रबंधक कंकणमलगे अजंता जनक शामिल थे।
भारतीय आवासीय परियोजना का चौथा चरण श्रीलंका के 11 जिलों और छह प्रांतों में फैला हुआ है।
बयान के मुताबिक, ‘चौथे चरण के तहत 10 हजार मकानों का निर्माण भारतीय आवासीय योजना के अंतर्गत 60 हजार मकानों के निर्माण की भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराता है। उत्तरी और पूर्वी प्रांतों में दो चरणों में 46 हजार मकानों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि बागान क्षेत्रों में चार हजार मकानों के निर्माण का तीसरा चरण पूरा होने के करीब है।’
बयान के मुताबिक, ‘भारत की श्रीलंका के साथ जन-केंद्रित विकास सहयोग साझेदारी में आवासों पर विशेष ध्यान दिया गया है। भारतीय आवासीय परियोजना के अलावा 2400 मकानों का निर्माण विविध आवासीय परियोजनाओं के अंतर्गत श्रीलंका के 25 जिलों में किया जा रहा है। भारत लगभग पांच अरब अमेरिकी डॉलर का विकास सहयोग दे रहा है, जिसमें से करीब 60 करोड़ अमेरिकी डॉलर अनुदान के रूप में दिया गया है।’