भारत ने जकार्ता में ‘आसियान-भारत का पोषक अनाज महोत्सव’ 2023 का आरंभ किया

जकार्ता,  भारत ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में पांच दिवसीय ‘आसियान-भारत का पोषक अनाज महोत्सव’ 2023 का आरंभ किया है।

इस महोत्सव का उद्देश्य आसियान सदस्य देशों के बीच पोषक अनाज एवं पोषक अनाज-आधारित उत्पादों के लिए जागरूकता बढ़ाना और एक बाजार तैयार करना है।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से आसियान में भारतीय मिशन 22 नवंबर से 26 नवंबर 2023 तक ‘आसियान-भारत का पोषक अनाज महोत्सव’ 2023 का आयोजन कर रहा है।

अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (आईवाईएम) समारोह के अनुरूप, इस उत्सव का उद्देश्य आसियान सदस्य देशों के बीच पोषक अनाज और पोषक अनाज-आधारित उत्पादों के लिए जागरूकता बढ़ाना और बाजार विकसित करना है।

फिलीपीन महोत्सव के दौरान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग भारत के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा है, जो भारतीय पोषक अनाज पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े पेशेवरों के एक विविध समूह का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें शेफ, स्टार्ट-अप, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के प्रतिनिधि, उद्योग जगत के दिग्गज, राज्य के अधिकारी और अन्य व्‍यक्ति शामिल हैं।

आसियान में भारत के राजदूत जयंत खोबरागड़े ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) ने सात सितंबर को आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के दौरान अपनाए गए संयुक्त बयानों में से एक खाद्य सुरक्षा पर था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ दो महीनों में हम मोटा अनाज महोत्सव आयोजित कर रहे हैं जिसमें खाद्य सुरक्षा भी शामिल है। हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी कितनी प्रभावी ढंग से काम कर रही है।’’

मोटे अनाज को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण तत्वों में से एक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह आसियान-भारत संबंधों के समग्र ढांचे में बहुत अच्छा है।

खोबरागड़े ने कहा, ‘‘ इसमें काफी कुछ है। महोत्सव न केवल भारतीय किसानों तथा उद्योगपतियों का प्रतिनिधित्व है, बल्कि आसियान सदस्य देशों का भी प्रतिनिधित्व है।’’

अपने भाषण में आसियान में भारत के राजदूत खोबरागड़े ने वैश्विक भूख तथा पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में पोषक अनाजों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

वहीं इंडोनेशिया की राष्ट्रीय खाद्य एजेंसी (बदन पांगन नेशनल-बीपीएन) के प्रमुख एरीफ प्रासेत्यो आदि ने जलवायु परिवर्तन की स्थिति में भविष्य के लिए पोषक अनाजों को किसान-अनुकूल और टिकाऊ भोजन विकल्प के रूप में रेखांकित किया।

आसियान देशों में यानी ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलिपीन और वियतनाम शामिल हैं।