विद्युत जामवाल गजब की पर्सनेलिटी और टेलेंट वाले एक्टर हैं। इसकी बदौलत उन्होंने अब तक अनगिनत फैंस बनाये हैं। वह एक्शन इतने गजब का करते हैं कि वह किसी भी तरह टाइगर श्रॉफ के मुकाबले कम नहीं है।
मार्शल आर्ट में ग्रेजुएट, बेहद स्मार्ट और जोशीले एक्टर विद्युत जामवाल, मॉडलिंग करते हुए फिल्मों में आए। ’दिल ने जिसे अपना कहा’ (2004) के साथ कैरियर की शुरूआत करने के बाद विद्युत जामवाल ’फोर्स’ (2011) ’स्टेनले का डिब्बा’ (2011), ’बुलेट राजा’ (2013), ’बादशाहो’ (2017) जैसी फिल्मों के छोटे मोटे किरदारों में नजर आते रहे।
तमिल और तेलुगु फिल्मों काम करते हुए विद्युत जामवाल ने साउथ में भी अपनी एक जबर्दस्त फैन फोलोइंग तैयार की । वहां की फिल्मों में उन्होंने जिस तरह के नेगेटिव किरदार निभाये, उसकी वजह से वहां उन्हें विनोद खन्ना की तरह सबसे स्मार्ट विलेन के तौर पर जाना जाता है।
’कमांडो’ (2013) और ’कमांडो 2’ (2017) जैसी फिल्मों में विद्युत जामवाल का एक्शन ऐसा था कि दर्शक उनके मुरीद होकर रह गये थे लेकिन इस हिट फ्रेंचाइजी के तीसरे पार्ट ’कमांडो’ (2019) को उतनी कामयाबी नहीं मिल सकी।
विद्युत जामवाल की ’यारा’ (2020) ’खुदा हाफिज’ (2020) ’खुदा हाफिज चैप्टर 2: अग्निपरीक्षा’ (2022) भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकीं। शायद इसी वजह से अब विद्युत ने खुद फिल्म निर्माण में उतरने का फैसला लिया और वह खुद के लिए फिल्म बनायेंगे।
विद्युत इस वक्त ‘आई बी 71’ कर रहे हैं। इसे वे खुद प्रोडयूस भी कर रहे हैं। उन्हैं यकीन है कि इस फिल्म के जरिये वो, इंडस्ट्री में वह मुकाम हासिल कर लेंगे, जिसकी उन्हैं बरसों से तलाश है। ‘आई बी 71’ के अलावा उनकी दो फिल्में ‘शेर सिंह राणा’ और ‘क्रेक’ भी रिलीज पर हैं।