नयी दिल्ली, विस्तृत सेट, मूल साउंडट्रैक, कोरियोग्राफी और साज-सज्जा के साथ यहां 15 अक्टूबर से संपूर्ण रामायण पर आधारित 67 वीं ऐतिहासिक ‘श्रीराम नृत्यनाटिका’ का आयोजन किया जाएगा।
श्रीराम भारतीय कला केंद्र (एसबीकेके) द्वारा केंद्र लॉन में आयोजित इस ‘श्रीराम’ नृत्य नाटिका में भरतनाट्यम, और कलारिपयाट्टू से लेकर मयूरभंज चाउ एवं उत्तर भारत के लोकनृत्यों जैसी विविध नृत्य शैलियों के माध्यम से भगवान राम के जन्म से राज्याभिषेक तक की कथा पेश की जाती है। उसमें हिंदुस्तानी शास्त्रीय रागों की लयात्मक संगीत कर पुट भी है।
इस करीब ढाई घंटे की प्रस्तुति का उद्घाटन रविवार को यहां केंद्रीय आवास एवं शहरी मामले मंत्री हरदीप सिंह पुरी करेंगे।
एसबीकेके की निदेशक एवं उपाध्यक्ष शोभा दीपक सिंह की संकल्पना पर आधारित ‘श्रीराम’ नृत्य नाटिका का उद्देश्य ‘‘उस धरोहर को लोगों तक आसानी से पहुंचाना है, जो भारत के लिए अनोखी है तथा जिसमें विपुल नैतिक मूल्य समाहित हैं एवं वे नैतिक मूल्य आज के भारत में भी प्रासंगिक हैं।’’