नयी दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-मद्रास के अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ‘अग्निकुल कॉसमॉस’ ने ‘सीरीज-बी’ वित्तपोषण चरण में 200 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं, जिसका उपयोग कंपनी की विस्तार योजनाओं में किया जाएगा। उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने का लक्ष्य रखने वाले स्टार्ट अप अग्निकुल ने यह जानकारी दी।
अग्निकुल ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में अपने निजी लॉन्चपैड पर प्रक्षेपण यान ‘अग्निबाण सबऑर्बिटल टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर’ का एकीकरण शुरू कर दिया है।
अग्निकुल के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनाथ रविचंद्रन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम इस साल के अंत तक प्रक्षेपण के परीक्षण की योजना बना रहे हैं।’’
सीरीज-बी दौर में 200 करोड़ रुपये (दो करोड़ 67 लाख अमेरिकी डॉलर) जुटाने के बाद स्टार्टअप की कुल पूंजी अब चार करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गई है।
रविचंद्रन ने कहा, ‘‘हमें उस प्रौद्योगिकी के बारे में काफी जानकारी हो गई है जो हमें अंतरिक्ष तक पहुंचाने में मदद करेगी। अब जब अनुसंधान कर लिया गया है और विकास के अधिकतर जोखिम को दूर कर लिया गया है, तो हम विस्तार पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। हम सिर्फ अगले कुछ प्रक्षेपण के बारे में नहीं सोच रहे, बल्कि लगभग 50-60 प्रक्षेपणों के बारे में सोच रहे हैं।’’