अनमोल उपहार है मुस्कान

मुस्कुराहट जिन्दगी का वह अनमोल उपहार है जो  बेरंग जिन्दगी को खुशियों से भर देता है। कहते हैं कि जिन्दगी में जो पाना चाहते हो उसे मुस्कुराहट से प्राप्त करो, क्योंकि मुस्कुराहट की ताकत तलवार की ताकत से भी अधिक होती है। यह वास्तविकता है कि मुस्कुराहट जिन्दगी है बिना मुस्कुराहट के जि़न्दगी वीरानियों के सिवा कुछ भी नहीं है।


वैसे तो मुस्कुराहट होंठों के जरा से खिचाव का नाम है किन्तु यह अपने आप में असख्ंय विशेषताएं छुपाये होती है और देखने वाले पर यह मुस्कुराहट कई प्रकार के प्रभाव व संकेत प्रदर्शित करती है जैसे कि वास्तविक मुस्कुराहट, शरारती मुस्कुराहट, व्यग्ंयात्मक मुस्कुराहट, व्यापारिक मुस्कुराहट, बेबस मुस्कुराहट आदि। मुस्कुराहट कोई भी हो यह स्वंय में कुछ विशेषताएं रखती है। वास्तविक मुस्कुराहट जहां दिल की गहराइयों से उभरती है तो लगता है कि उस मुस्कुराने वाले व्यक्ति का चेहरा खुबसूरती से खिल उठा है और कभी कभी तो यह मुस्कुराहट वीरान, जिन्दगी में खुशियों के अनगिनत फूल खिला देती है वही व्यंग्यात्मक मुस्कुराहट अपने विरोधी के दिल को गहरा आघात पहुंचाती है।


व्यंग्यात्मक मुस्कुराहट बिना किसी हथियार के और बिना कुछ कहे भी बहुत कुछ कह जाती है ऐसी मुस्कुराहट दिल की खोट और कड़वाहट को प्रदर्शित करती है। इसके विपरीत शर्मीली मुस्कुराहट किसी शरारत को प्रदर्शित करती है यह मुस्कुराहट बड़ों के विपरीत बच्चों पर अधिक जंचती है। बेबस मुस्कुराहट भी बहुत बेबसी की स्थिति में होंठों पर उभरती है। यह मुस्कुराहट तब होंठों पर आती है जब व्यक्ति से कोई ऐसी खता हो जाये जिसकी क्षतिपूर्ति भी अब उसके नियंत्रण से बाहर हो। तब ऐसी स्थिति में व्यक्ति बेबस मुस्कुराहट का आश्रय लेता है।


व्यापारिक मुस्कुराहट प्राय: बड़े बड़े शापिंग प्लाज़ाओं और दुकानों के सेल्समैनों के होठों पर खेलती नजर आती है। इसकी यह विशेषता होती है कि यह व्यापारिक वार्तालाप करते समय उत्पन्न होती है और कार्य सम्पन्न होने पर होंठों पर विलुप्त हो जाती है।