फरहा खान व्दारा निर्देशित फिल्म ‘ओम शान्ति ओम’ (2007) में जब शाहरुख खान और दीपिका ने स्क्रीन शेयर किया था तब शाहरुख खान की उम्र 42 और दीपिका की उम्र उनसे ठीक आधी, 21 साल थी।
इस वक्त शाहरूख उम्र के 58 वे पड़ाव पर है और उन्हें आज भी फिल्मों में कम उम्र हसीनाओं की जरूरत बनी रहती है। आज भी वह अपनी उम्र से आधी उम्र की आलिया भट्ट जैसी एक्ट्रेसों के साथ स्क्रीन शेयर करने में नहीं हिचकिचाते।
शाहरुख खान के बारे में यह जानना हमेशा से जिज्ञासा का विषय रहा है कि आखिर वह अपनी उम्र से आधी उम्र की एक्ट्रेसों के साथ ही फिल्म क्यों करना चाहते हैं ?
‘पठान’ और ‘जवान’ की रिकार्ड तोड़ सफलता के बाद जोश से भरे शाहरुख खान ने पहली बार इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि ‘जब लोग कहते हैं कि मैं बूढा हो चुका हूं और मेरा काम तमाम हो चुका है, इसलिए मैं कम उम्र लड़कियों के साथ काम कर रहा हूं, तब मुझे लोगों की सोच पर तरस आता है। सच तो यह है कि अभी सिर्फ युवा लड़कियां ही काम कर रही हैं और आखिर मुझे किसी के साथ तो काम करना ही है’।
शाहरूख अपनी बात यहीं खत्म न करते हुए आगे कहते हैं कि ‘अगर आलिया मुझसे पूछती है, क्या मैं आपके साथ फिल्म कर सकती हूं ?, तो मैं यह नहीं कह सकता, ‘नहीं, पहले बड़ी होकर जाओ, तब इस बारे में सोचना। मुझे, भला यह अधिकार किसने दिया कि मैं उनका दिल तोडूं। मैं डायरेक्टर से यह भी नहीं कह सकता कि उन्हें उम्र के आधार पर रिजेक्ट करते हुए उनके टेलेंट को नजरअंदाज कर दें’।
’जीरो’ (2018) के बाद शाहरूख काफी बुरे फेस से गुजर रहे थे। बॉक्स ऑफिस पर उनकी वह फिल्म एक बड़ी डिसास्टर साबित हुई थी। तभी से शाहरूख के प्रशंसक उनकी अगली फिल्म का इंतजार कर रहे थे।
’जीरो’ (2018) के बाद शाहरूख खान, राकेश शर्मा की बायोपिक ’सारे जहां से अच्छा’ करने वाले थे लेकिन ’जीरो’ (2018) के नतीजे इतने दिल दहलाऊ रहे कि अचानक शाहरूख के पांव तले जमीन निकल गई और उन्होंने अपने कैरियर को लेकर एक नये सिरे से प्लानिंग की. ऐसे में उन्होंने पहले साइन की हुई सारी फिल्में छोड़ दी।
शाहरूख खान ने 2019 और 2020 में बतौर प्रोडयूसर कई फिल्मों और वेब सीरीज पर काम किया लेकिन सही अर्थो में उन्होंने वो दो साल सिर्फ अपने परिवार के साथ गुजारे ।
सब्र का फल शाहरुख खान के लिए जरूरत से ज्यादा मीठा साबित हुआ। इस साल उनकी फिल्म ‘पठान’ और ‘जवान’, उनके करियर की सबसे बड़ी मेगा ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया।
इसके बाद अब शाहरूख खान हिंदी फिल्म जगत के सबसे ज्यादा कामयाब फिल्म मेकर राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘डंकी’ में नजर आएंगे।
’डंकी’ में पहली बार, शाहरूख के अपोजिट, तापसी पन्नू को कास्ट किया गया है। तापसी और शाहरूख की उम्र में भी बड़ा अंतर है लेकिन शाहरूख की हीरोइन बनने के बाद तापसी पन्नू बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि शाहरूख की हीरोइन बनने में उन्हें पूरे 10 बरस लग गये।
’डंकी’ में शाहरूख मेन लीड में हैं जबकि सलमान खान स्टॉरर ’टाइगर 3’ में शाहरूख का जबर्दस्त कैमियो है। शाहरुख खान के फैंस की तादाद करोड़ों में है जो उनकी फिल्मों कों देखने के लिए बेताब रहते हैं। ऐसे में उन्हें शाहरूख की इन दोनों ही फिल्मों का बेकरारी के साथ इंतजार है।
’टाइगर 3’ के पहले शाहरूख खान, पिछले साल प्रदर्शित अयान मुखर्जी की ’ब्रम्हास्त्र’ और उसके पहले अपने परम प्रिय करन जौहर की 2016 में आई फिल्म ’ए दिल है मुश्किल’ फिल्मों में कैमियो करते नजर आए थे।
शाहरूख खान ने कैरियर की शुरूआत राज कंवर व्दारा निर्देशित ’दीवाना’ (1992) के साथ करते हुए, यशराज फिल्म्स की यश चोपड़ा व्दारा निर्देशित ’डर’ (1993) में एक नेगेटिव रोल में जबर्दस्त कामयाबी हासिल की। उसके बाद उसी बैनर की ’दिल तो पागल है’ (1997) ने उन्हें किंग ऑफ रोमांस बना दिया।
लेकिन शाहरूख का मानना है कि अब उनकी उम्र इतनी हो चुकी है कि वह अपनी बांहें फैलाते हुए प्यार के लिए हीरोइन का वेलकम नहीं कर सकते। इसलिए उन्होंने ‘पठान’ और ‘जवान’ फिल्मों के साथ अपने कैरियर की नई पारी की शुरूआत की है।
तीन दशक से भी ज्यादा लंबे कैरियर में, शाहरूख खान ने अलग अलग तरह की फिल्में और किरदार निभाते हुए अपने फैंस के दिलों पर राज किया है लेकिन इस बदले हुए रूप और बदले हुए अंदाज ने तो कमाल ही कर दिया, ऐसा कमाल जिसकी न खुद शाहरूख ने और न ही किसी और ने उम्मीद की थी ।