चंडीगढ़, पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता राजकुमार वेरका ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है और वह कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। वेरका ने इसे अपनी ‘घर वापसी’ भी करार दिया।
पिछले साल जून में वेरका कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
वेरका कांग्रेस के उन कई नेताओं में शामिल हैं, जो पिछले एक साल से अधिक समय में भाजपा में शामिल हुए थे। इनमें सुनील जाखड़ भी शामिल हैं, जो वर्तमान में भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख हैं।
जाखड़ ने जुलाई में भाजपा के प्रदेश इकाई प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली थी।
वेरका ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने भाजपा छोड़ने का फैसला किया है। मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं और अब दिल्ली जा रहा हूं तथा कांग्रेस में शामिल होऊंगा।’’
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, यह उनकी ‘घर वापसी’ है।
यह कदम उठाने की वजह पूछे जाने पर, अमृतसर से एक प्रमुख दलित नेता वेरका ने शायराना अंदाज में कहा, ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं कोई बेवफ़ा नहीं होता।’’
वेरका ने कहा, ‘‘पूरा राष्ट्र देख रहा है कि देश को कांग्रेस पार्टी के हाथों में सुरक्षित रखा जा सकता है और यदि कोई पार्टी सभी वर्गों, सभी धर्मों को साथ लेकर चल सकती है तो यह कांग्रेस ही है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने राहुल गांधी की हालिया अमृतसर यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी, उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन मैं यह कहूंगा कि (कांग्रेस) आलाकमान के साथ कुछ बातचीत हुई थी।’’
माझा क्षेत्र से एक प्रमुख दलित नेता वेरका तीन बार के विधायक हैं और पूर्ववर्ती सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे।
वेरका दो कार्यकाल के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में सेवा दे चुके हैं।